गौरतलब है कि कारोबारी संदीप तेल से कई लोगों का करोड़ों रुपए का लेन- देन था। उसने कई बिल्डरों को करोड़ों रुपए ब्याज पर दे रखे थे। पिछले कुछ सालों में रुपयों को लेकर उसका खूब विवाद हुआ। कई नामचीन गुंडों को उसने पीटा तो कई अलग- अलग जगह गुंडों को संरक्षण दिया। ऐसे में पिछले कुछ सालों में उसके शून्य से शिखर पर पहुंचने की दास्तान फिल्मी स्टाईल की तरह बढ़ी और वह कई कारोबार में हाथ आजमाने लगा। मीडिया, पुलिस, प्रशासन, प्रॉपर्टी, डिब्बा कारोबार व अन्य में उसका हस्तक्षेप दिखने लगा। इसी के चलते दुश्मन भी बढऩे लगे। संदीप की हत्या करने वाले हत्यारों को स्थानीय स्तर पर संरक्षण मिला था और उनके साथ कई अलग- अलग लोग शामिल थे जो उनका साथ दे रहे थे। पुलिस इसी की तलाश में लगी है। पुलिस लगभग उन लोगों तक पहुंच गई है जिन्होंने इस कांड को करवाया है सिर्फ गोली मारने वालों को पकडऩा है। इसके लिए भी पुलिस को कुछ लीड मिली है जिसके बाद प्रदेशभर में हाई अलर्ट कर दिया गया है और बाहर से आने वाले लोगों व अन्य पर नजर रखी जा रही है।
देर रात तक डीआईजी ने ली बैठक
इधर डीआईजी हरिनारायण चारी मिश्र ने देर रात तक सभी एसपी, एएसपी, सीएसपी, थाना प्रभारियों, क्राइम ब्रांच व खुफिया विभाग के अफसरों की बैठक ली। सभी को निर्देश दिए गए कि अपने- अपने थाना क्षेत्र के अपराधियों, बदमाशों को उठाएं और कड़ी पूछताछ करें। हाईप्रोफाइल मामला होने की वजह से हत्यारों को जल्द से जल्द पकडऩा पुलिस के लिए चुनौती बन गया है। शहर की सभी होटलों के रजिस्टर, पिछले कुछ दिनों के सीसीटीवी फुटेज, शहर में घूम रही बाहरी गाडिय़ों सहित नशेडिय़ों पर भी खास नजर रखी जा रही है। कई शातिर बदमाश पुलिस के डर से शहर छोड़ गए हैं, जिन पर पुलिस को शक है।