इंदौर. सागर ज्यूस सेंटर से पिछले दिनों डीआरआई और नगर निगम की संयुक्त कार्रवाई के बाद जब्त किए गए लाखों रुपए कीमत के विदेशी पशु-पक्षियों को सोमवार को हाई कोर्ट के आदेश पर छोड़ दिया गया। जब्त किए गए पशु पक्षी लंबे समय से चिडिय़ाघर में थे। कोर्ट के आदेश के बाद करीब 50 पशु-पक्षी फिर सागर ज्यूस सेंटर के संचालक को सौंपे गए हैं। ज्यूस संचालक द्वारा हाई कोर्ट में दायर की गई याचिका पर जस्टिस वीरेंद्र सिंह और जस्टिस शैलेंद्र शुक्ला की युगल पीठ ने अंतरिम आदेश देते हुए पशु-पक्षियों को सौंपने के आदेश पिछले सप्ताह दिए गए। सर्टिफाइट कॉपी पेश करने पर सोमवार को जानवर सौंपे गए। इसी दौरान सोमवार को पॉकेट मंकी की मौत हो गई। सौंपे गए जानवरों में विदेशी पक्षियों के अलावा बड़ी-बड़ी छिपकली सहित अन्य जानवर थे। अवैध रूप से अपनी दुकान में रखने के आरोपों के चलते डीआरआई की टीम ने पिछले दिनों कार्रवाई कर इन्हें जब्त कर लिया था और चिडिय़ाघर में रखा था।
एडवोकेट मोहम्मद इब्राहिम के माध्यम से दायर की गई याचिका के माध्यय से ज्यूस पार्लर संचालक का कहना था जानवरों को अवैध रूप से नहीं रखा गया है। जानवरों को रखना कहीं भी नियम विरुद्ध नहीं है और नहीं उनके साथ किसी तरह का अत्याचार किया जा रहा है। डीआरआई द्वारा इस संबंध में कोई तर्क नहीं रखे गए और कोर्ट ने जानवर सौंपने से जुड़े आदेश दिए हैं।