वृक्षारोपण का संदेश- उन्होंने बताया कि शिर्डी में साईंनाथ का प्राकट्य नीम के वृक्ष के नीचे हुआ था। इसके बाद बाबा ने औरंगाबाद के निजाम स्टेट में जब चांद पाटील को दर्शन दिया। तब साईंनाथ आम के वृक्ष के नीचे विराजमान थे। उन्होंने कहा, इसी महत्वपूर्ण कारण की दृष्टि से बाबा में आस्था रखने वाले हर भक्त को वृक्षारोपण अवश्य करना चाहिए। जिससे कि न केवल प्रकृति का संवर्धन हो बल्कि स्वसुरक्षा के भी द्वार खुल जाएं। इस अवसर पर उन्होंने मराठी भाषा में लिखित श्री साईं आरती का हिंदी में अनुवाद कर श्रद्धालुओं का ज्ञानवर्धन किया।