शहर के लोगों को घर बैंठे किराना सामग्री आटा, तेल, दाल, चावल, शक्कर, चायपत्ती, साबुन, दूध पावडर, हल्दी, नमक, लाल मिर्च, आलू और प्याज मिल जाए, इसके लिए डोर-टू-डोर कचरा गाड़ी के 467 रूट पर किराना सामग्री का ऑर्डर लेने का काम निगम के अफसर और कर्मचारी कर रहे हैं। दो दिन पहले शनिवार से शुरू हुई इस व्यवस्था के तहत निगम को दो दिन में तकरीबन 51 हजार लोगों ने किराने का सामान उपलब्ध कराने का ऑर्डर दिया है। लोगों की ऑर्डर सूची को निगम अफसरों ने संबंधित किराना दुकान संचालकों तक तो पहुंचा दिया, लेकिन कई दुकानदार ऐसे हैं, जिनके यहां सूची के हिसाब से माल ही नहीं। ऐसे में ऑर्डर को पूरा करने में दुकानदार को दिक्कत हो रही है।
खेरची दुकानों पर माल नहीं होने की वजह से लोगों को किराना सामग्री उपलब्ध कराने की व्यवस्था का संचालन करने में निगम को परेशानी हो रही है, क्योंकि खेरची दुकान तक माल नहीं पहुंचने की वजह थोक दुकानों का खुलना नहीं बताया जा रहा है। थोक दुकान संचालकों ने माल पहुंचाने के लिए पास तो बनावा लिए, लेकिन दुकान खोलकर ऑर्डर के हिसाब से माल नहीं पहुंचा पा रहे हैं। इस वजह से कई दुकानदार की दुकान खाली है और वह ग्राहकों को ऑर्डर के हिसाब से किराना उपलब्ध नहीं करा पा रहे हैं। मालूम हो कि निगम को शनिवार को जहां 28377 लोगों ने ऑर्डर दिया, वहीं कल 22623 लोगों ने ऑर्डर दिया। इस तरह कुल 51 हजार के आसपास लोगों ने किराने का ऑर्डर दिया है। आज फिर लोग ऑर्डर देंगे। हालांकि लोगों तक किराना सामग्री पहुंचाने के लिए निगमायुक्त आशीष सिंह ने अपर आयुक्त श्रृंगार श्रीवास्तव को नोडल अधिकारी बनाकर उनके अंडर में निगम अफसर और कर्मचारियों को तैनात किया है, जो सामग्री सप्लायकर्ता, डीलर्स और निर्माणकर्ताओं से समन्वय कर काम कर रहे हैं।