मकान को तोडऩे का नोटिस भी प्रतिभा राजौरे के नाम से जारी किया गया था। इस मकान का बड़ा हिस्सा पिछली बारिश में गिर गया था, लेकिन उस समय इसके गिरे हुए हिस्से को हटाने के बाद निगम ने इसे वैसे ही छोड़ दिया था। पिछले महीने शुरू की गई खतरनाक मकानों को गिराने की कार्रवाई में भी इसका नाम था, लेकिन निगम ने मामूली कार्रवाई ही की थी।
कड़ी सुरक्षा में कार्रवाई अपने अधिकारियों से मारपीट की पिछली घटना को ध्यान में रखते हुए निगम का अमला इस बार सुरक्षा की पूरी तैयारी से पहुंचा था। उसके साथ पंढरीनाथ पुलिस का भारी बल था। वहां के सभी रास्तों को कार्रवाई के दौरान बंद कर दिया गया।