वैष्णव विद्यापीठ यूनिवर्सिटी में जिमी मगिलिगन मेमोरियल सेमिनार
इंदौर•Apr 17, 2019 / 06:09 pm•
राजेश मिश्रा
फ्यूचर बिजनेस है सोलर एनर्जी
इंदौर. श्री वैष्णव विद्यापीठ यूनिवर्सिटी में आयोजित जिमी मगिलिगन मेमोरियल सेमिनार में एक्सपट्र्स ने कहा, सौर ऊर्जा फ्यूचर बिजनेस है और इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स इसमें इंटरप्रेन्योर्स बन सकते हैं। सेमिनार का विषय था सस्टेनेबल एंड अफोर्डेबल टेक्नोलॉजी इन इंडिया।
इस अवसर पर पर्यावरणविद पद्मश्री जनक पलटा मगिलिगन ने कहा, इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स पर यह जिम्मेदारी है कि वे ग्रीन टेक्नोलॉजी को डवलप करें। वे इसमें इनोवेशन करें साथ ही ग्रीन बिजनेस, ग्रीन इंडस्ट्रीज को प्रमोट करें ताकि ग्लोबल वॉर्मिंग का असर कम हो सके।
पर्यावरणविद पद्मश्री जनक पलटा मगिलिगन ने कहा, ग्लोबल वॉर्मिंग से कोई एक देश नहीं पूरी दुनिया प्रभावित होगी। जिमी मगिलिगन मेमोरियल वीक मनाने का उद्देश्य है कि सस्टेनेबल डवलपमेंट का लक्ष्य पाने के लिए ज्यादा से ज्यादा लोग जुड़ें। उन्होंने अपने अनुभव साझा करते हुए पीने के पानी को साफ करने के आसान तरीके और धुआं रहित चूल्हों की सामान्य तकनीक समझाई। सूरत से आए उद्योगपति घनश्याम लूखी ने अपनी सक्सेस स्टोरी बताई। उद्योगपति घनश्याम लूखी ने बताया कि वे फूड प्रोसेसिंग के लिए स्टीम सिस्टम के साथ सोलर शेफलर डिश इस्तेमाल करते हैं। इसके जरिए उन्होंने हजारों ग्रामीणों को रोजगार दिया है। उद्योगपति घनश्याम लूखी अब सौर ऊर्जा से जेम, जैली, कैंडी, फ्रूट पल्प, सिरप, फ्रूट क्रश, टूटी फ्रूटी सहित कई उत्पाद तैयार करते हैं। यह तकनीक इतनी आसान है कि उसे कोई भी किसान अपने गांव में यूज कर सकता है। उद्योगपति घनश्याम लूखी ने इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स से अपील की कि वे भी इन तकनीकों से इंटरपे्रन्योर बन सकते हैं।
सोलर एनर्जी में है असीम संभावनाएं