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इंदौर

कभी बाल हनुमान तो कभी कबीरदास हनुमान के रूप में भक्तों को दर्शन देते हैं बाबा रणजीत

पर्व पर होता है शृंगार : 500 से लेकर 21 हजार तक का शृंगार करवाते हैं भक्त

इंदौरJul 15, 2019 / 04:03 pm

रीना शर्मा

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कभी बाल हनुमान तो कभी कबीरदास हनुमान के रूप में भक्तों को दर्शन देते हैं बाबा रणजीत

इंदौर. रणजीत हनुमान साल में कई वेश में भक्तों को दर्शन देते हैं। कभी बाल हनुमान तो कबीरदास हनुमान होते हैं। राजस्थानी या फिर राजमहल के साथ स्वाधीनता दिवस पर तिरंगा पोशाक तक पहनाई जाती है। भक्त 500 से लेकर 21 हजार रुपए तक का अपनी पसंद का शृंगार करवाते हैं। इसमें दो से तीन दिन तक लगते हैं। मंदिर के पुजारी दीपेश व्यास ने बताया, आमतौर पर मंगलवार और शनिवार को कपड़ों की पोशाक से रणजीत बाबा का शृंगार किया जाता है। भक्तों द्वारा चढ़ाई जाने वाली मालाओं और पुष्पों से शाम को मूर्ति के साथ मंदिर का विशेष शृंगार किया जाता है।
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हनुमान जयंती, रणजीत अष्टमी, राम नवमी, अन्नकूट पर पूरे मंदिर को राजस्थानी, राजमहल, पुष्प बंगला आदि थीम पर सजाया जाता है। एक पोशाक एक बार ही पहनाई जाती है। पोशाकों को मंदिर परिसर में पीठ (गड्ढा) बनाकर विसर्जित किया जाता है। अच्छी पोशाक छोटे बच्चों और दूरदराज के हनुमान मंदिर के पुजारियों को उनके आग्रह पर दी जाती है। बाबा की मूर्ति का आकार पूरे कपड़े से बनाया जाता है।
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