टेलीफोन नगर, सूरज नगर, कैलाशपुरी, चेतननगर, श्रीरामनगर, गजानंदनगर, मंगलमूर्तिनगर, गोयल विहार, पालीवाल नगर आदि कॉलोनियों को इस सडक़ के बनने के बाद सीधा रास्ता मिल जाएगा। 80 फीट करने की जरूरत
सुप्रीम कोर्ट में नगर निगम ने शपथ पत्र पेश कर कहा कि निगम यहां मनीषपुरी (लोकसभा स्पीकर के घर के मोड़ तक) की सडक़ बना जा चुका है। आगे रास्ता नहीं होने के कारण इसका कोई फायदा नहीं हो रहा है। यातायात के दबाव को देखते हुए सडक़ की चौड़ाई 80 फीट करने की सहमति दी थी।
इससे रिंग रोड तक जाने वाले दोनों रास्तों पलासिया से आनंद बाजार होते हुए खजराना और पलासिया से पत्रकार चौराहा होते हुए बंगाली जाने वाला रास्ते का ट्रैफिक दबाव कम होगा। पलासिया से खजराना
अभी पलासिया से खजराना होकर जाने वालों को तीन मोड़ से गुजरना होता है। साकेत पान कार्नर से आगे की सडक़ महज 60 फीट की है। जहां से रोजाना 50 हजार वाहन गुजरते हैं।
पलासिया चौराहे से शेख हातिम चौराहा, पत्रकार चौराहा, संविदनगर होते हुए बंगाली चौराहे तक जाने वाली सडक़ पर 3 बड़े और 2 हल्के मोड़ हैं। यहां से भी 50 हजार से ज्यादा वाहन गुजरते हैं।