सिलिकॉन सिटी, तेजाजी नगर, न्यू रानीबाग, बिचौली मर्दाना, भूरी टेकरी एसआरए क्वार्टर्स के पास, हारून कॉलोनी मैदान, मित्र-बंधु नगर, तपेश्वरी बाग श्रीराम मंदिर के पास, श्रीनगर एक्सटेंशन, पालीवाल नगर, मूसाखेड़ी, टूटी प्रेस, त्रिवेणी पार्क, स्कीम-71, जय हिंद नगर, बाणगंगा मुक्तिधाम, ग्रेटर वैशाली छोटा बगीचा, हरसिद्धि और सुनिकेत अपार्टमेंट में टंकी निर्माण चल रहा है। मई तक इनमें से कई टंकियां तैयार होने के साथ टेस्टिंग हो जाएगी। इनके अलावा समर पार्क कॉलोनी मैदान, लसूडिय़ा मोरी, पलसीकर गोल बगीचा, गाड़ी अड्डा टंकी क्षेत्र में, सूर्यदेव नगर सेक्टर-सी केट रोड, चंदन नगर में ईंट भट्ठा, टिगरिया बादशाह, आलोक नगर, कुशवाह मोहल्ला, गांधी नगर पानी की टंकी के पास और कुलकर्णी का भट्ठा के पास टंकी बनाने की प्लानिंग है।
अमृत प्रोजेक्ट के तहत जहां 27 टंकियों का निर्माण किया जा रहा है, वहीं इनके अलावा निगम तीन और टंकी का निर्माण कर रहा है। नायता मुंडला, पालदा और नौलखा क्षेत्र में इनका निर्माण होगा। इसके लिए मेयर-इन-कौंसिल से संकल्प पारित हो गया है। नर्मदा प्रोजेक्ट अफसरों के अनुसार इन टंकियों का निर्माण होने से जहां नायता मुंडला और पालदा क्षेत्र को पानी मिलेगा, वहीं नौलखा क्षेत्र की 30 से 40 कॉलोनियों को फायदा होगा। इसके साथ ही टंकी से पानी देने पर डायरेक्ट सप्लाय बंद कर दी जाएगी। इससे जनता और निगम दोनों को फायदा होगा।
शहर सहित निगम सीमा में 29 गांव शामिल होने के बाद बने वार्डों की कई कॉलोनी और मोहल्लों में जलसंकट है। कारण नर्मदा की पाइप लाइन नहीं होना है। ऐसे में लोगों को बोरिंग या फिर निगम टैंकर के भरोसे रहना पड़ता है। गर्मी में हालत खराब हो जाती है, इसलिए जिन क्षेत्रों में नर्मदा लाइन नहीं है, वहां लाइन डालने के साथ लोगों को पानी देने को लेकर टंकी का निर्माण किया जा रहा है। इससे कई कॉलोनी के रहवासियों को फायदा मिलेगा।