मामला चंदन नगर के पास नगीन नगर का है। यहां पर मरीज सामने आने के बाद में शनिवार को एसडीएम रविकुमार सिंह ने अपनी टीम परिवार और पड़ोसियों के सैंपल लेने के लिए भेजी। परिवार ने तो जांच करवा ली, लेकिन पड़ोसियों ने विरोध शुरू कर दिया। सबसे ज्यादा बवाल भाजपा पिछड़ा वर्ग सुभाष मंडल अध्यक्ष महेश जायसवाल ने खड़ा किया। उनका कहना था कि हम सब ठीक हैं, किसी को कोरोना नहीं हुआ है। आप लोग यहां से जाओ। विवाद की स्थिति को देखते हुए पटवारी सचिन मीणा ने टीम को वापस चलने के निर्देश दिए।
सख्ती की तब लाइन पर आए लौटने के बाद सारा वाकया एसडीएम सिंह को बताया। इस पर सिंह ने पुलिस अधिकारियों से बात करके बल उपलब्ध कराने को कहा। कल बल के साथ मीणा टीम लेकर दोबारा पहुंचे, जिसे देखकर रहवासी सकते में आ गए। स्थिति को देखते हुए जायसवाल वहां से गायब हो गए। पुलिस ने सभी को समझाया कि जांच आपकी भलाई के लिए ही हो रही है, ताकि महामारी से बचा जा सके।
कोई स्वस्थ्य होगा तो उसे जबरदस्ती थोड़ी अस्पताल में भर्ती कर दिया जाएगा। इसके बावजूद कुछ लोगों ने दरवाजे नहीं खोले तो पुलिस ने साफ कर दिया कि ये सरकारी काम में बाधा है। घर के सभी पुरुषों को थाने ले जाकर जांच कराई जाएगी, फिर शिकायत मत करना। ये सुनकर एक-एक कर दरवाजे खुलते गए और जांच होती गई। कुल ५५ लोगों के सैंपल लिए गए।
किरायेदार हो गए गायब जांच के दौरान पूछताछ की गई, जिसमें ये खुलासा हुआ कि जायसवाल के घर पर किराएदार रहते हैं, जिनकी संख्या १४ के करीब है। जब पता लगाया गया तो मालूम पड़ा कि कोरोना पॉजिटिव मरीज के मिलने के बाद सभी अपने गांव चले गए।
कर रहे थे विरोध, आए पॉजिटिव गत सप्ताह राजेंद्र नगर के पास धन्वंतरि नगर में पॉजिटिव सामने आए थे। उनके आसपास के सैंपल लिए जा रहे थे, तब एक परिवार ने खूब विरोध किया था। कहना था कि हम सब स्वस्थ्य हैं। काफी दबाव के बाद उन्होंने सैंपल दिया, जब रिपोर्ट आई तो सबके सिर झुके हुए थे। परिवार के चारों सदस्य पॉजिटिव निकले, जिनका इलाज किया जा रहा है।