भालू ने हंसाया : अंतोन चेखव की कहानी द बीयर को भालू शीर्षक से मंचित किया गया। जमींदार निकोलाई की पत्नी पोपोवा ने पति की मौत के बाद खुद को हवेली में कैद कर लिया है। उसका नौकर उसे खुश रहने की सलाह देता है, लेकिन पोपोवा उसकी बात नहीं मानती। इस बीच एक व्यक्ति स्मिरोव आता है, जिसने पोपोवा के पति को उधार दिया था। दोनों के बीच काफी बहस होती है। अदाएं दिखाने वाली घमंडी जमींदारनी के रूप में प्राची का अभिनय अच्छा था, लेकिन सबसे ज्यादा तालियां मिलीं उसके स्त्रैण नौकर लूका की भूमिका करने वाले कलाकार को।
सजा दिया अभिनव कला समाज : कई सालों से उजाड़ से पड़े अभिनव कला समाज की ऊपरी मंजिल के हॉल और सीढि़यों को प्रयास थ्रीडी के कलाकारों ने नया रूप दे दिया है। सीढि़यों पर कैलिग्राफी से तैयार पोस्टर्स, पेंटिंग्स और हाथ से बने शिल्प से सुंदर रूप दे दिया है। इसके लिए पूरा ग्रुप तारीफ का हकदार है।