VIDEO : निजी अस्पतालों के 3000 डॉक्टरों ने की हड़ताल, ‘सरकारी’ में बढ़ा लोड, स्टाफ की छुट्टी निरस्त
इंदौर. सरकार द्वारा लोकसभा में पास किए गए नेशनल मेडिकल कमीशन बिल के विरोध में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन(आईएमए) के डॉक्टर बुधवार सुबह 6 बजे से 24 घंटे के लिए हड़ताल पर चले गए हंै। आज तकरीबन सभी निजी अस्पतालों में ओपीडी नहीं खुली। मरीजों की परेशानी को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने सभी सरकारी अस्पतालों में ओपीडी का समय दो घंटे अतिरिक्त बढ़ा दिया है। विभाग के सभी डॉक्टरों और स्टाफ की छुट्टियां निरस्त कर दी हंै।
आईएमए के पूर्व अध्यक्ष संजय लोंडे ने बताया कि हाल ही में लोकसभा में नेशनल मेडिकल कमीशन बिल पास हुआ है। इस बिल का पिछले दो वर्ष से हमारे द्वारा विरोध किया जा रहा है। इस बिल के लागू होने पर मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया खत्म हो जाएगा और कमीशन आ जाएगा, जिसमें डॉॅक्टरों की जगह सरकार की ओर से मनोनीत लोग रहेंगे। प्रायवेट मेडिकल कॉलेज अपने स्तर पर 50 सीट भर पाएंगे, जिससे मेडिकल शिक्षा महंगी हो जाएगी। एमबीबीएस के दौरान कॉलेज को चार बार एग्जाम लेना होगी। इसके बाद सरकार पांचवी एग्जाम लेगी। जो सरकारी एक्जाम में पास होगा, उसे ही प्रैक्टिस करने की अनुमति मिलेगी। फार्मेसी, फिजियोथेरीपिस्ट आदि को भी डॉक्टर के समकक्ष पॉवर मिल जाएगा। वे भी प्रैक्टिस कर सकेंगे।
3 हजार डॉक्टरों ने काम किया बंद इस हड़ताल में इंदौर के 3 हजार निजी डॉक्टर शामिल हैं। तकरीबन सभी निजी अस्पतालों में ओपीडी बंद रहेगी। आपातकालीन, कैजुअलटी, आईसीयू और संबंधित सेवाएं सामान्य रूप से काम करेंगी। इस हड़ताल के कारण मरीज परेशान न हो इसलिए सीएमएचओ प्रवीण जडिय़ा ने मंगलवार शाम को एक निर्देश जारी कर दिया था, जिसमें स्वास्थ्य विभाग के सभी सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों और स्टाफ की छुट्टी निरस्त कर दी। आज सुबह डॉ. प्रवीण जडिय़ा अस्पतालों की विजिट पर भी निकल गए हैं। सामान्य दिनों में ओपीडी सुबह 9 से शाम 4 बजे तक खुली रहती है, लेकिन आज इसे दो घंटे बढ़ाकर शाम 6 बजे तक खुला रखने के निर्देश दिए गए हैं।
जूनियर डॉक्टरों ने किया हड़ताल का समर्थन इधर आईएमए द्वारा किए जा रहे देशव्यापी बंद के समर्थन में सेंट्रल जेडीए (जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन) द्वारा आज रूटीन सेवाओं का बहिष्कार किया जाएगा। जेडीए अध्यक्ष डॉक्टर शशांक सिंह बघेल के अनुसार आज दोपहर 12 से 2 बजे तक रूटीन सेवाओं से अलग रहेगा।
बारिश के चलते हो रहीं बीमारियां बारिश के दौरान मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। बुखार, सर्दी-खांसी, उल्टी-दस्त, वायरल, मौसमी बीमारी, एलर्जी आदि की बीमारी के मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं। अधिकांश लोग निजी अस्पताल में इलाज के लिए जाते हैं। ऐसे में आईएमए की हड़ताल के चलते मरीजों को परेशान होना पड़ेगा।
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