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इंदौर

ज्ञान वही जो संशयों को कर सके दूर, चिंतन और दृष्टिकोण को बदलने का काम करता है ज्ञान

मां आनंदमयी पीठ पर चल रहे मातृ जन्म महोत्सव में आज मुख्य उत्सव

इंदौरMay 22, 2019 / 03:54 pm

Amit S mandloi

indore news

मां आनंदमयी पीठ पर चल रहे मातृ जन्म महोत्सव में आज मुख्य उत्सव

इंदौर. आजकल विवेक का बाहुल्य है और वैराग्य की कमी होती जा रही है। वह ज्ञान किसी काम का नहीं, जिससे किसी को कोई लाभ नहीं मिलता हो। ज्ञान वही सार्थक है जो हमारे संशयों को दूर कर सके। हमारे चिंतन और दृष्टिकोण को बदलने का काम ज्ञान ही करता है। विद्वता के साथ अहंकार नहीं होना चाहिए। संसार में प्रत्येक जीव ज्ञान प्राप्त करना चाहता है। ज्ञान सरल है लेकिन उसके लिए पात्रता भी होना चाहिए। ज्ञान के साथ भक्ति की यात्रा में प्रवेश के लिए वैराग्य और विवेक भी चाहिए। विवेक सत्संग से तो मिलता ही है, लेकिन अनुभव से भी मिलता है।
मंगलवार को माता आनंदमयी पीठ के अध्यक्ष स्वामी केदारनाथ महाराज ने एबी रोड स्थित मां आनंदमयी आश्रम पर चल रहे मातृ जन्म महोत्सव के दौरान सत्संग सत्र में उक्त विचार व्यक्त किए। सत्संग सभा में हरियाणा से आए महामंडलेश्वर स्वामी विरागानंद महाराज, स्वामी ऐश्वर्यानंद सरस्वती, स्वामी मुक्तानंद आदि ने प्रेरक विचार रखे। अतिथि संतों का स्वागत सुरेंद्रसिंह नीमखेड़ा, मुकेश कचोलिया, करतारसिंह, अशोक बवेजा, सीके गोयल आदि ने किया। सत्संग का शुभारंभ स्वामी हंसानंद एवं स्वामी पूर्णानंद द्वारा मनोहारी भजनों के साथ हुआ। मंच का संचालन ब्रम्हचारी कृष्णानंद ने किया। इसके पूर्व सुबह महामंत्र संकीर्तन, परिक्रमा एवं मंगला आरती के बाद ध्यान योग में देशभर से आए सैंकड़ों साधकों ने भाग लिया। श्री वैष्णोदेवी, हनुमानजी एवं भैरवजी के रूद्राभिषेक पूजा-आरती एवं मातृ चालीसा के बाद सत्संग सत्र में मातृवाणी पाठ स्वामी केदारनाथ महाराज के सानिध्य में हुआ। शाम को संकीर्तन एवं तदपश्चात 15 मिनट के लिए मौन रखा गया।
आज समापन. महोत्सव में बुधवार को सुबह 3 से 5 बजे तक भगवान श्रीपूर्ण ब्रम्हनारायण का अभिषेक एवं पूजा आरती तथा 5 से 7 बजे तक विष्णु सहस्त्रनामार्चन एवं ललिता सहस्त्र नामार्चन के बाद 8 से 10 बजे तक हवन एवं कुमारी पूजा तथा 10 से 11 बजे तक मातृ चालीसा एवं महाआरती के बाद 11 से 12 बजे तक वेदातं संत सम्मेलन में आए संतों के आशीवर्चन होंगे। दोपहर 12 बजे से साधु भंडारा एवं महाप्रसादी के साथ मातृ जन्मदिवस महोत्सव का समापन होगा।

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