बुधवार को सड़क सुरक्षा समिति की 2019 की पहली बैठक हुई। कलेक्टर लोकेश कुमार जाटव की अध्यक्षता में हुई बैठक में 27 बिंदुओं का एजेंडा रखा गया, लेकिन कुछ पर ही चर्चा हो सकी। 6 महीने पहले बैठक में शहर में 9 ब्लैक स्पॉट चिह्नित किए गए थे, लेकिन अब तक सुधार नहीं हुआ। अब तय किया गया, नेशनल हाईवे, पीडब्ल्यूडी, एमपीआरडीसी, नगर निगम के साथ प्रशासन व ट्रैफिक पुलिस के अधिकारी मौके पर जाकर निदान निकालेंगे। यह स्पॉट ऑउटर सड़कों पर हैं, जहां दुर्घटनाएं होती हैं।
सॉफ्टवेयर से सुधारेंगे जाम की स्थिति
एआईसीटीएसएल का सॉफ्टवेयर जल्द बदला जाएगा। इससे लंबी दूरी का ट्रैफिक एक समय में ही क्लीयर होने से जाम की स्थिति कम बनेगी। कलेक्टर जाटव के अनुसार ट्रैफिक में अनुशासन लाने के लिए कॉलेज-स्कूल में जागरूकता कार्यक्रम चलाए जाने हैं। नियम तोडऩे वालों से चालान वसूली में सख्ती बरती जाएगी। लाइसेंस निलंबित करेंगे।
साल में 6 होना चाहिए, यहां 6 माह में पहली
सुप्रीम कोर्ट के दिशा-निर्देश अनुसार सुरक्षा समिति की बैठक हर दो महीने में होना चाहिए। 6 महीने में पहली बैठक की गई। एएसपी महेंद्र जैन ने सचिव आरटीओ को चिठ्ठी लिखी तब समिति की बैठक हो सकी। कलेक्टर ने हर दूसरे माह के तीसरे बुधवार को बैठक का समय तय किया है।