बीईओएस पर पौने तीन लाख खर्च
पुलिस ने इस मामले में पांच आरोपितों के बीईओएस टेस्ट करवाए। जिनमें जगदीश उर्फ कल्लू करोतिया, अजय करोतिया, विजय करोतिया और ट्विंकल के माता-पिता संजय व रीटा डागरे शामिल थे। इन पर पुलिस ने एक बीईओएस टेस्ट के 55 हजार के हिसाब से लगभग पौने तीन लाख रुपए खर्च किए। उधर, कल्लू करोतिया अभी भी एमवाय अस्पताल में भर्ती है। पुलिस के पास कोर्ट से उसे आज तक रिमांड पर रखने की अनुमति है। इसके चलते ेआज डॉक्टरों से बात कर उसे या तो कोर्ट में पेश किया जाएगा नहीं तो पुलिस उसकी बीमारी का आवेदन कोर्ट में पेश करेगी।
कुत्ते की मौत पर भी खड़े हो रहे सवाल
उधर, पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि आरोपितों ने पुलिस को गुमराह करने के लिए एक कुत्ते को गाड़ा था और फिर अफवाह फैलाई थी। अब जांच का विषय यह है कि कुत्ता मरा हुआ इन्हें कहीं से मिला या उसे भी मारा गया। अगर पुलिस जांच में यह सामने आया कि आरोपितों ने कुत्ते को मारकर गाड़ा था तो यह भी एक अपराध की श्रेणी में आएगा। पशु प्रेमी संस्था के लोग इस मामले में पुलिस से चर्चा कर तफ्तीश करवाने में लगे हैं।
– विरोध के चलते बढ़ाई सुरक्षा
उधर, पुलिस ने एमवाय अस्पताल और बाणगंगा थाने में रिमांड पर रखे आरोपितों जगदीश करोतिया, अजय करोतिया, विजय करोतिया, विनय करोतिया और निलेश कश्यप की सुरक्षा भी बढ़ा दी है। कारण है कि टिं्वकल के परिजन आरोपितों के पीछे घूम रहे हैं। डीआईजी ऑफिस में भी उन्होंने हंगामा किया था तो कोर्ट तक भी पहुंच गए थे। ऐसे में पुलिस थाने पर आने वाले हर व्यक्ति पर नजर रखे हुए है।