इंदौर

भारत रत्न से ऊपर हैं वीर सावरकर, जानिए किसने कही यह बात

वीर सावरकर को भारत रत्न देने की मांग के बाद केंद्रीय सूचना आयुक्त का बड़ा बयान…।

इंदौरNov 29, 2021 / 09:09 am

Manish Gite

वीर सावरकर।

 

इंदौर। इंदौर लिटरेचर फेस्टिवल में वीर सावरकर पर रखे गए विचार देशभर में चर्चा का विषय बन रहे हैं। पहले दिन आए लेखक डॉक्टर विक्रम संपत ने मांग की थी वीर सावरकर को भारत रत्न मिलना चाहिए। वहीं दूसरे दिन केंद्रीय सूचना आयुक्त उदय माहूरकर ने कहा कि अगर सावरकर को सर्वोच्च नागरिक सम्मान नहीं भी मिलता है, तो भी उनका कद अप्रभावित रहेगा क्योंकि देश में “सावरकर युग” का आगमन पहले ही हो चुका है।

 

‘वीर सावरकर : द मैन हू कुड हैव प्रिवेंटेड पार्टिशन’ पुस्तक के लेखक ने कहा, पहले हम सोच तक नहीं पाते थे कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 कभी हट भी सकता है लेकिन इस अनुच्छेद को हटा दिया गया। यह कदम देश में सावरकर युग के आगमन का प्रतीक है।

 

गौरतलब है कि महाराष्ट्र में पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अपने घोषणापत्र में कहा था कि राज्य की सत्ता में आने पर वह “भारत रत्न” के लिए सावरकर के नाम की सिफारिश पार्टी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार से करेगी। इसके अलावा, अलग-अलग दक्षिणपंथी संगठन भी सावरकर को देश के सर्वोच्च सम्मान से नवाजे जाने की मांग पिछले कई साल से कर रहे हैं।

 

माहूरकर ने सावरकर को भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा नीति का पितामह बताया और दावा किया कि हिंदुत्व के इस विचारक ने गुलाम भारत में कांग्रेस की मुस्लिम तुष्टीकरण की कथित नीति और मुस्लिम लीग की हरकतों को देखकर देश के विभाजन के खतरे को काफी पहले ही भांप लिया था। केंद्रीय सूचना आयुक्त ने कहा, भारत का विभाजन राष्ट्रीय सुरक्षा का ही मामला था।

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