बैंक के साथ कोर्इ भी एलआेयू नहीं
बैंक ने हांलाकि यह स्पष्ट किया कि चौकसी की कंपनी के पास बैंक के साथ कोई भी लेटर आॅफ अंडरटेकिंग (एलओयू) नहीं है। बैंक के कंपनी सचिव प्रसन्ना पाटिल ने कहा, “कार्यशील पूंजी सुविधाएं संकाय व्यवस्था और प्रावधानों के अंतर्गत आरबीआई के दिशा निर्देशों के अंतर्गत दी गई।” चौकसी और उनके भतीजे नीरव मोदी पंजाब नेशनल बैंक से 13,540 करोड़ रुपये का बैंक घोटाले के मामले में इस महीने जनवरी में ही देश छोड़कर जा चुके हैं। इन दोनों आरोपियों ने बैंक कर्मचारियों की मदद से ही इतने बड़े घोटाले को अंजाम देने में सफल हुए थे।
एलआेयू के गलत इस्तेमाल से दिया था पीएनबी स्कैम को अंजाम
आपकाे याद दिला दें की पीएनबी घोटाले के दोनों आरोपी नीरव मोदी आैर मेहुल चोकसी ने लेटर आॅफ अंडरटेकिंग का गलत इस्तेमाल करके बैंक को इतना बड़ा बट्टा लगाया था। एक तरफ अभी पीएनबी स्कैम का जांच चल ही रहा वहीं दूसरी तरफ एक आैर घोटाले के सामने आने से मेहुल चोकसी की परेशानियां आैर बढ़ सकती हैं। अपने पहले घोटाले के बाद से ही मेहुल चोकसी देश से फरार है। सीबीआर्इ को खत के जरिए ये बता चुका है कि वो अभी भारत नहीं आएगा। इसके लिए उसने अपने खराब स्वास्थ्य का हवाला दिया है। उसका कहना है कि मेरे भारत आने पर जांच एजेंसियां मुझे गिरफ्तार कर लेंगी आैर जेल में मेरे सेहत की अच्छे से देखभाल नहीं हो पाएगा।
नीरव मोदी का भरोसेमंद भी गिरफ्तार
बुधवार को प्रवर्तन निदेशालय द्रवारा हीरो कारोबारी नीरव मोदी के भरोसेमंद अौर फायरस्टार ग्रुप के उपाध्यक्ष श्याम सुंदर वाधवा को गिरफ्तार किया गया है। सूत्रों को मानना है कि, वाधवा पर नीरव मोदी के दो कंपनियों फायरस्टार इंटरनेशनल आैर फायरस्टार डायमंड इंटरनेशनल के साथ बेर्इमानी से लेनदेन करने का आरोप है।