ठेके के लिए अपने पद का किया दुरुपयोग
सीबीआई ने कहा कि अधिकारियों पर दीप इंडस्ट्रीज लिमिटेड को 312 करोड़ रुपये का ठेका देने में अपने पद का दुरुपयोग करने का आरोप है। निगम के पूर्व कार्यकारी निदेशक डीजी सान्याल, पूर्व निदेशक (ऑनशोर ऑपरेशंस) अशोक वर्मा और पूर्व महानिदेशक (उत्पादन) अरुप रतन दास का नाम इस घोटाले में दर्ज एफआईआर में शामिल है।
सीबीआर्इ ने लगाए ये आरोप
जांच एजेंसी ने दावा किया कि दास ने दस्तावेज यह दिखाने के लिए तैयार किये थे कि डीप इंडस्ट्रीज लिमिटेड अनुबंध के लिए एकमात्र बोलीदाता है। दास ने निजी फर्म के लाभ के लिए गैस निर्जलीकरण इकाइयों को भर्ती करने के पक्ष में भी एक तर्क दिया। सीबीआई ने आरोप लगाया कि कंपनी ने मानदंडों का उल्लंघन कर अनुमानित लागत को 219 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 312 करोड़ रुपये किया।
मार्च तिमाही में कंपनी को हुआ है 5915 करोड़ रुपए का मुनाफा
गौरतलब है कि 31 मार्च को समाप्त बीते वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में आेएनजीसी को 5,915.12 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ हुआ है। इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही की तुलना में 37 प्रतिशत अधिक है। तेल की ऊंची कीमतों की वजह से कंपनी के मुनाफे में भारी वृद्धि हुई है। यह 17 तिमाहियों में सबसे ऊंचा मुनाफा है।