दूसरी कंपनी में भी शिफ्ट करने की योजना
टाटा टेलीसर्विसेज मे काम कर रहे कुछ कर्मचारियों को ग्रुप की दूसरी कंपनी में भी शिफ्ट करने की योजना है। टाटा ग्रुप से जुड़े सूत्रों के मुताबिक कंपनी अभी इस पर विचार कर रही है। कंपनी से जुड़े एक लोग ने कहा कि दूसरी कंपनियों में बहुत कम लोग खपाए जा सकते हैं। टाटा टेलीसर्विसेज के कर्मचारियों को दूसरी कंपनियों पर डालना ठीक नहीं होगा। ट्रांसफर तभी हो पाएगा, जब दूसरी कंपनियों में ऐसे खास स्किल्स की जरूरत होगी, जो टेलीकॉम यूनिट के कर्मचारियों के पास होती हैं।
31 मार्च तक का अल्टीमेटम
कंपनी ने पिछले महीने ही सभी सर्किल हेड्स को 31 मार्च 2018 से पहले कंपनी छोड़ देने के लिए कहा था। कंपनी ने कहा था कि अगर वे अभी कंपनी छोड़ते हैं तो उन्हें इस फाइनेंस ईयर में बचे हुए महीनों की सैलरी दी जाएगी।’ एक सर्किल हेड की एक करोड़ रुपए तक सैलरी है। कंपनी की हालिया सालाना रिपोर्ट के मुताबिक 31 मार्च 2017 को रोल पर 5,101 कर्मचारी थे। बता दें कि टाटा टेलीसर्विसेस की स्थापना 1996 में लैंडलाइन ऑपरेशन के साथ की गई थी और 149 साल के इतिहास में बंद होने वाली यह पहली बड़ी यूनिट होगी।
बाजार में हिस्सेदारी लगातार घट रही है
टाटा के दूरसंचार कारोबार का दायरा देशभर के 19 दूरसंचार सर्किल तक विस्तृत है। हालांकि उसके ग्राहकों की संख्या लगातार घट रही है। भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण के ताजा आंकड़ों के अनुसार, जुलाई 2017 तक उसके वायरलेस उपयोगकर्ताओं की संख्या घटकर 4.2 करोड़ रह गई जो जून में 4.37 करोड़ रही थी। साथ ही टाटा टेलीसर्विसेज की बाजार हिस्सेदारी घटकर महज 3.55 फीसदी रह गई है।