सुरंगों से होकर गुजरेगी आधी रेल लाइन मौसम की मार से बचाने के लिए इस रेल लाइन पर खास इंतजाम किए जाएंगे। इस रेल लाइन का आधे से ज्यादा हिस्सा सुरंगों से होकर गुजरेगा। इस रेल लाइन पर सबसे लंबी सुरंग 27 किलोमीटर की होगी। इस रेल लाइन पर 3000 मीटर की ऊंचाई पर सुरंग के भीतर भी रेलवे स्टेशन बनाया जाएगा। 465 किलोमीटर लंबी रेल लाइन में से करीब 244 किलोमीटर लाइन सुरंगों से होकर गुजरेगी। इस रेल लाइन के बनने के बाद बिलासपुर और लेह के बीच कई महत्वपूर्ण शहर रेल सेवा से जुड़ जाएंग, इनमें सुंदरनगर, मंडी, मनाली, कीलॉन्ग, कोकसार, कारू, डार्चा और उपशी जैसे शहर शामिल हैं। इस रेल लाइन के बनने के बाद दिल्ली से लेह तक का सफर मात्र 20 घंटे में पूरा किया जा सकेगा। दिल्ली से लेह तक जाने में करीब 40 घंटे का समय लगता है।
ये हैं खास बातें – यह रेल लाइन समुद्र तल से 5360 मीटर ऊंची होगी। – इस रेल लाइन की लंबाई 465 किलोमीटर होगी। – इस रेल लाइन को बनाने में करीब 83360 करोड़ रुपए की लागत आएगी।
– 465 किलोमीटर लंबे इस रेल लाइन प्रोजेक्ट में कुल 74 सुरंगें बनाई जाएंगी। – इस रेल लाइन के लिए 124 बड़े और 396 छोटे पुल बनाए जाएंगे। – इस रेल लाइन पर कुल 30 रेलवे स्टेशन होंगे।
– इस समय चीन में तिब्बत तक बिछाई गई रेल लाइन सबसे ऊंची लाइन है। यह समुद्र तल से 2000 मीटर ऊंची है।