तीन महीने में प्रोसेस हो जाएगा पूरा
ट्रिब्यूनल की अगुवाई कर रहे वीपी सिंह और रविकुमार दुरईसामी ने समाधान प्रोफेशनल को निर्देश जारी करते हुए कहा है कि वह तीन महीने में समाधान प्रक्रिया पूरी करने का प्रयास करें। वैसे नियमों के अनुसार समाधान प्रक्रिया का कुल तय समय 6 महीने का है। लेकिन राष्ट्रीय हित एवं महत्व का हवाला देते हुए इसे तीन महीने में निपटाने को बोला गया है।
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कुल 36,500 करोड़ रुपए का बकाया
जेट एयरवेज को पिछले पांच महीने से बेचने का प्रयास किया जा रहा था। लेकिन बैंकों को कोई भी खरीदार नहीं मिल रहा था। अगर खरीदार सामने आ भी रहा था तो उसकी अपनी अलग शर्तेें थी। जिसे लेंडर्स को मानने को तैयार नहीं थे। जिसकी वजह से जेट एयरवेज चलती हालत में नहीं बिक सकी। ताज्जुब की बात तो ये है कि जेट एयरवेज पर बैकों के अलावा भी कई हजार करोड़ रुपए का कर्ज हैै। जिसमें गुड्स एंड सर्विसेज का 10,000 करोड़ रुपए और कर्मचारियों के वेतन का 3,000 करोड़ रुपए भी शामिल है। पिछले कुछ साल के दौरान जेट एयरवेज का कुल नुकसान 13,000 करोड़ रुपये पर पहुंच चुका है. इस तरह एयरलाइन पर कुल 36,500 करोड़ रुपये का बकाया है। जेट एयरलाइन के बंद होने के बाद से करीब 23,000 कर्मचारी सड़क पर आ गए हैं।
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