इरडा की शर्तों को पूरा करना होगा।
आर्थिक मामलों के सचिव एससी गर्ग ने मंगलवार को ये जानकारी दी। सूत्रों के मुताबिक, निदेशक मंडल ने एलआर्इसी के अध्यक्ष से कहा कि आर्इडीबीआर्इ बैंक मामले पर वह अधिक सावधनी बरतें। इसके अलावा बोर्ड ने हिस्सेदारी खरीदने की योजना को मंजूरी देने के दौरान अध्यक्ष से भारतीय बीमा नियामक एंव विकास प्राधीकरण (आर्इआरडीएआर्इ) द्वारा निर्धारित शर्तों को पूरा करने को कहा। लगातार दो घंटों तक चली बैठक के बाद संवाददाताआें को जानकारी देते हुए गर्ग ने बताया कि बिक्री प्रक्रिया तरजीही शेयरों के माध्यम से की जाएगी।
नहीं मिलेगा शेयरों का आेपेन आॅफर
हालांकि गर्ग ने इस बात से साफ इन्कार कर दिया कि आर्इडीबीआर्इ के शेयरों को आेपन आॅफर के तहत लाया जाएगा। उन्होंने कहा, “आेपेन आॅफर नहीं आ सकता, क्योंकि बैंक में आम लोगों की भी हिस्सेदारी है, जो कि काफी कम है। ये महत पांच फीसदी है, एेसे में हिस्सेदारी से बिक्री से उनपर कोर्इ खास असर नहीं पड़ेगा।”
सेबी से लेनी होगी मंजूरी
आर्थिक सचिव ने बताया कि एलआर्इसी अब बाजार भारतीय प्रतिभूति आैर विनिमय बोर्ड (सेबी) के मंजूरी के लिए जाना होगा। इसके साथ ही भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआर्इ) आैर सरकार की मंजूरी की भी मंजूरी के जरूरत होगी। बता दें कि आर्इआरडीएअार्इ ने पहले ही एलआर्इसी द्वारा शेयरों की खरीदारी के लिए मंजूरी दे दी है। इसके साथ ही इरडा ने ये भी कहा है कि पाॅलिसीधारकों के हितों की सुरक्षा होनी चाहिए आैर समय के साथ आर्इडीबीआर्इ बैंक में एलआर्इसी की हिस्सेदारी अानेवाले समय में जल्दी घटानी चाहिए।