कंपनी कर रही जांच
बता दें कि विप्रो आज ही 16 अप्रैल को अपने चौथी तिमाही के नतीजे भी घोषित करने जा रही है। साइबर सिक्योरिटी ब्लॉग KrebsOnSecurity ने कहा कि विप्रो के सिस्टम में सेंध लगाई गई है और उसका इस्तेमाल उसके कुछ क्लाइंट के खिलाफ साइबर हमले के लिए किया जा रहा है, लेकिन कंपनी को अपने कर्मचारियों की सुरक्षा की भी चिंता है, जिसको लेकर कंपनी की ओर से जांच की जा रही है।
विप्रो ने जारी किया बयान विप्रो ने ईमेल के जरिए बयान जारी कर कहा है कि फिशिंग अभियान के कारण हमारे कुछ कर्मचारियों के खातों में संभावित तौर पर असामान्य गतिविधियां दिखीं। उसने बयान में कहा है कि घटना की सूचना मिलने के साथ ही विप्रो ने जांच शुरू कर दी है। प्रभावित होने वाले यूजर्स की पहचान की गई है और प्रभावों को खत्म करने के लिए कदम उठाए गए हैं।
तीसरी तिमाही में हुआ था मुनाफा इसके साथ ही आपको बता दें कि विप्रो को तीसरी तिमाही में 31.80 फीसदी का मुनाफा हुआ था, जिसके बाद कंपनी का मुनाफा बढ़कर 2,544.50 करोड़ रुपए पर पहुंच गया था। इसके साथ ही विप्रो के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और कार्यकारी निदेशक आबिदअली जेड. नीमचवाला ने बताया था कि उपभोक्ताओं के साथ मजबूत संबंध, आधुनिकीकरण में भी हमने लोगों को काफी फायदा पहुंचाया है।