यहां से चोरी किया जा रहा डेटा
कैस्परस्की लैब की एक रिपोर्ट के मुताबिक, कर्इ साइबर क्रिमिनल्स सोशल मीडिया पर मौजूदा आपकी व्यक्तिगत जानकारी को मात्र 50 डाॅलर (करीब 350 रुपए) में बेच रहे हैं। इसमें सोशल मीडिया अकाउंट्स, बैंकिंग डिटेल्स, रिमोट एक्सेस सर्वर या डेस्कटाॅप आैर उबर, नेटफ्लिक्स, स्पाॅटिफार्इ जैसे मोबाइल एेप्स से जानकारियां चुरार्इ जा रही हैं। यहां तक कि पाॅर्न वेबसाइट्स से भी लोगों के क्रेडिट कार्ड की जानकारियां चोरी की जा रही हैं।
एक डाॅलर से कम कीमत में एक अकाउंट होता है हैक
ये सारी जानकारियों डार्क वेब के माध्यम से हो रही हैं। डार्क नेट एक तरह का इंटरनेट का एनक्रिप्टेड हिस्सा होता है जिसे सर्च इंजन में इंडेक्स नहीं किया जाता है। इस रिसर्च में खुलास हुआ कि एक अकाउंट हैक करने के लिए एक डाॅलर से कम कीमत हैकर्स को दी जाती है। अगर एक बार में बल्क में अकाउंट हैक किया जाता है तो इसके लिए डिस्काउंट भी दिया जाता है। एेसे में एक बात तो साफ हो गया है कि अब सोशल मीडिया पर मौजूद हमारी जानकारी पर खतरा पहले की तुलना में बढ़ गया है।
इस तकनीक से करते हैं डेटा चोरी
अधिकतर हैकर्स जिस आपका डेटा चुराने के लिए जिस तरीके का इस्तेमाल करते हैं उसका नाम स्पियर फिशिंग कैंपेन है। अपके अकाउंट पर सफलता पूर्वक हैक करने के लिए सबसे पहले पासवर्ड डम्प तैयार किया जाता है जिसमें र्इमेल आैर पासवर्ड जैसी कर्इ महत्वपूर्ण जानकारियां होती हैं। चौंकाने वाली बात है कि कर्इ क्रिमिनल्स जो हैक किए हुए डेटा को बेचते हैं, वो लाइफटाइम वारंटी भी देते हैं। एेसे में यदि एक अकाउंट काम नहीं करता है तो खरीदार को दूसरे अकाउंट का डेटा मुफ्त में दिया जाता है।
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