गोंडवाना सहित राजधानी और बांद्रा एक्सप्रेस हुई लेट
युवक के सिग्नल पर चढऩे से चालक ने सुरक्षा के लिहाज से गोंडवाना एक्सप्रेस को रोक दिया था। हालांकि ट्रेन के रुकते ही युवक ट्रेन के इंजन पर चढ़ गया। आरपीएफ व जीआरपी के अमले के साथ स्थानीय युवकों ने भी युवक को इंजन से उतारने का प्रयास किया। विक्षिप्त ने दूसरे युवकों के साथ मारपीट की। हालांकि किसी तरह से युवक को नीचे उताराकर अस्पताल में भर्ती कराया। युवक यहां से भागकर वापस स्टेशन आ गया। इस घटनाक्रम की वजह से गोंडवाना एक्सप्रेस एक घंटे, राजधानी एक्सप्रेस २० मिनट व गोरखपुर-बांद्रा एक्सप्रेस 30 मिनट बाद रवाना हो पाई।
जंक्शन पर रोजाना 200 से अधिक टे्रनें आती है। टे्रनों की संख्या अधिक होने से यहां यात्रियों की भी खासी भीड़ रहती है। साथ ही प्लेटफार्म पर जाने के लिए दर्जनों अवैध रास्ते हैं। इन रास्तों से रोजाना आवाजाही होती है। इन रास्तों से लोग व कर्मचारियों के साथ मानसिक विक्षिप्त भी स्टेशन क्षेत्र में प्रवेश कर जाते हैं।
रेलवे स्टेशन पर पहले भी हो चुकी हैं घटनाएं
२९ जनवरी की दोपहर स्टेशन की डाउन वेटिंग लाइन में खड़ी मालगाड़ी पर एक मानसिक रूप से विक्षिप्त युवक चढ़ गया। कुछ देर वह बोगी के ऊपर बैठा रहा। बाद में ओएचई लाइन बंद कर आरपीएफ ने युवक को नीचे उतारा गया।
१३ फरवरी को सुबह डाउन मेन लाइन में खड़ी गुड्स ट्रेन पर बिहार के मतिहारी जिले के कुनावा गांव निवासी ४३ वर्षीय जलेश्वर प्रसाद चढ़कर बैठ गया। आरपीएफ ने उसे उतारकर युवक के परिजनों के सुपुर्द किया था।
विवेक सागर, कमांडेंट, आरपीएफ