सोमवार सुबह 10.30 से शाम 5 बजे तक हाईकोर्ट परिसर में चहल-पहल देखने को मिली। इस दौरान कोविड गाइडलाइन का पालन अनिवार्य रहा। सिर्फ छह नंबर गेट से प्रवेश की व्यवस्था थी। प्रत्येक वकील और पक्षकार सहित अन्य को दाखिल होने से पूर्व सुरक्षा उपकरणों से होकर गुजरना पड़ा। उनका तापमान भी मापा गया। प्रवेश द्वार से लेकर परिसर और गलियारे तक समुचित सुरक्षा बल तैनात रहा। बिना आवश्यक कार्य के किसी को गलियारे में प्रवेश की अनुमति नहीं दी गई। न्यायाधीशों के कक्षों व बार के बीच रेलिंग कायम रही। रेलिंग के उस पार सिर्फ वे ही वकील प्रवेश कर पाए, जिनके मामले भौतिक सुनवाई के लिए निर्धारित थे। पिछले कई माहों के बाद हाईकोर्ट बार के सिल्वर जुबली सभागार में इतनी अधिक संख्या में वकील बैठे व परस्पर संवाद करते नजर आए। उनके बीच भौतिक सुनवाई शुरू होने को लेकर उत्साह देखने को मिल रहा था। विशेष बात यह रही कि वकीलों का एक वर्ग भौतिक सुनवाई में जबकि दूसरा अपने चयनित विकल्प के अनुरूप वीसी से सुनवाई में मशगूल रहा।