लॉक डाउन का शुभ कार्यों पर प्रभाव
शहर में 700 तीन सौ शादियां टलीं, चार सौ पर असमंजस
आनन-फानन में तैयारियां आसान नहीं
लॉकडाउन समाप्त होने के बाद आनन-फानन में शादी की तैयारियां पूरी करना आसान काम नहीं होगा। व्यवस्था पटरी से उतर गई है। लोगों ने कपड़े, गहने, बर्तन, खाद्य सामग्री की खरीदारी नहीं की है। सम्भव है कि सरकार के आदेश के बावजूद बाजार की व्यवस्था पटरी पर आने में कुछ समय लगे। आयोजनों के लिए सभी प्रकार के परिवहन शुरू होने की आवश्यकता है।
दूल्हा अमेरिका में, टली प्रयागराज की बुकिंग
शहर के बैंड दल के संचालक सोनू बेन के अनुसार शहर एवं शहरी सीमा में करीब 80 बैंड दल हैं। औसतन एक बैंड दल ने 8 से 12 बुकिंग अप्रैल तक की लीं हैं। एक अनुमान के अनुसार 300 से अधिक शादियां टल चुकी हैं और 400 से अधिक शादियों पर असमंजस है। उनकी प्रयागराज की बुकिंग निरस्त हो गई। जबकि 14 जून की एक बुकिंग 75 हजार रुपए की है। दूल्हा अमेरिका में है, उनके आने का फिलहाल तय नहीं हो पा रहा है। इसलिए शादी के आयोजन को लेकर संशय है।
लॉकडाउन के बाद सम्भवत: प्रशासन निकाल सकता है रास्ता
नगर पंडित सभा के अध्यक्ष आचार्य वासुदेव शास्त्री ने बताया कि सभा में 350 आचार्य गण हैं। सभी लोगों से बातचीत के अनुसार शहर में अप्रैल तक 7-8 सौ शादियों को टलने की स्थिति है। पहली बार ऐसी भयावह स्थिति आई है। लॉक डाउन समाप्त होने के बाद हो सकता है कि प्रशासन कोई सुझाव दे। अगर लोगों की सुरक्षा में लॉकडाउन आगे बढ़ता है तो शासन प्रशासन को चाहिए कि दो परिवारों को ही शादी की रस्म करने की अनुमति दें। गरीब की बेटी के हाथ पीले हो जाएंगे तो रिश्तेदारों के कार्यक्रम बाद में भी सम्भव हो सकेंगे।