नक्षत्र- उग्रसंज्ञक ऊध्र्वमुख नक्षत्र भरणी दोपहर 2.21 तक उपरंात साधारण संज्ञक नक्षत्र कृत्तिका रहेगा। भरणी नक्षत्र में क्रय विक्रय, पौधरोपण वाहन क्रय विक्रय, व्यापारारंभ, नवीन व्यापारारंभ जैसे कार्य शुभ माने जाते हैं, परंतु चातुर्मास में देव शयन के कारण मंागलिक तथा शुभ कार्य निशिद्ध रहते हैं, समय शुद्धि होने पर मंगलकारी कार्य सुखद रहते हैं।
शुभ मुहूर्त – आज जय तिथि के दिन पत्र लेखन कर्जनिपटारा, मित्र मिलन, सुखद कार्य, औषधि सेवन जैसे कार्य मंगलकारी माने जाते हैं। जन हितैषी कार्य हेतु आज का दिन शुभ है।
श्रेष्ठ चौघडि़ए – आज प्रात: 6.00 से 9.00 लाभ तथा अमृत दोपहर 4.30 से 6.00 लाभ तथा रात्रि 7.30 से 10.30 शुभ तथा अमृत की चौघडिय़ा शुभ तथा मंगलकारी रहेगी।
व्रतोत्सव- आज : विश्व खाद्य दिवस के साथ श्री गणेश आराधना का विशेष दिवस रहेगा। भद्रा स्वर्गलोक में रहेगी जो हानिकारक नहीं है।
चन्द्रमा : रात्रि 8.36 तक मेष राशि में उपरांत शुक्र प्रधान राशि वृष राशि में संचरण करेगा।
ग्रह राशि नक्षत्र परिवर्तन: सूर्य के कन्या राशि में गुरु वृश्चिक राशि में तथा शनि धनु राशि के साथ सभी ग्रह यथा राशि पर स्थित हैं, सूर्य का चित्रा नक्षत्र में संचरण रहेगा।
दिशाशूल: आज का दिशाशूल उत्तर दिशा में रहता है, इस दिशा की व्यापारिक यात्रा को यथा संभव टालना हितकर है। चंद्रमा का वास पूर्व दिशा में है सन्मुख एवं दाहिना चन्द्रमा शुभ माना जाता है।
राहुकाल: दोपहर 12.00.00 बजे से 1.30.00 बजे तक। (शुभ कार्य के लिए वर्जित)
आज जन्म लेने वाले बच्चे – आज जन्मे बालकों का नामाक्षर चू,चे,चो,ला अक्षर से आरंभ कर सकते हैं। भरणी नक्षत्र में जन्मे बालकों की राशि मेष तथा राशि स्वामी मंगल होते हंै। मेष राशि में जन्मे जातकों का स्वभाव प्राय: विनम्र, कार्यकुशल, कुशल वक्ता, शिल्पकार, स्वतंंत्र व्यवसाय के विशेष रुचि रखने वाले, उदारवादी, चंचल तथा अधिक मित्र वाले होते हैं। जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में सफलता तथा उन्नति सुंदर योग बनते हैं।