news fact-
वर्ष 2018 में-
3300 सडक़ हादसे हुए
375 की हुई मौत
2900 घायल थे हुए
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वर्ष 2017 में-
3297 कुल हादसे हुए
409 की हुई मौत
3113 लोग हुए थे घायल
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वर्ष 2016 में-
3256 सडक़ हादसे हुए
352 लोगों की हुई मौत
3000 लोग हुए थे घायल
वाहन, सडक़, मौसम की भी देनी होगी जानकारी-
सडक़ हादसे के बाद सम्बंधित थाना प्रभारियों को एक्सीडेंट स्लिप में दुर्घटना वाली जगह, समय, सडक़ का नाम, स्थिति, वाहन, मृतकों, घायलों का पूरा ब्यौरा, घटना के समय मौसम की जानकारी, सीट बेल्ट, हेलमेट की जानकारी, दुर्घटना का कारण, दुर्घटना स्थल पर ट्रैफिक की व्यवस्था, दुर्घटना के बाद घायल को अस्पताल में भर्ती कराने का ब्योरा, घायल को लगी चोट गम्भीर या कम, वाहन की स्पीड, मोबाइल का इस्तेमाल, चालक का नशे में होना, ड्राइविंग लाइसेंस आदि की जानकारी देनी होगी।
हादसे बढ़े मरने वालों की संख्या घटी
जिले में पिछले तीन साल में सडक़ हादसों की संख्या बढ़ी है, लेकिन मृतकों की संख्या में कुछ कमी आइ है। विभाग की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2017 की तुलना में वर्ष 2018 में अधिक सडक़ हादसे हुए। ट्रैफिक एएसपी अमृत मीणा ने बताया, सुप्रीम कोर्ट सडक़ हादसों को लेकर मॉनीटरिंग कर रहा है। वर्ष 2019 में कुल मौतों में दस प्रतिशत कमी लाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसे वर्ष 2022 तक 50 प्रतिशत पर लाना है।