यह है मामला
नरसिंहपुर निवासी कृषक कालूराम पटेल खोजी बाबा व व्यवसायी जगदीश मणिभाई मानसाता की ओर से यह जनहित याचिका दायर कर कहा गया कि नरसिंहपुर के जनपद मैदान से लगा हुआ सौ साल पुराना वार मेमोरियल है। इसके लिए अंग्रेजों ने लगभग दो लाख वर्ग फिट जमीन १९१९ में जीरो प्रीमियम पर आवंटित की थी। वार मेमोरियल के अलावा इस जमीन पर पुरातत्व संग्रहालय का निर्माण भी प्रस्तावित है। २०१५ में इसे राज्य सरकार की ओर से संरक्षित स्मारक घोषित किया गया। इसके बावजूद बीते दिनों जिला पंचायत नरसिंहपुर ने इस जमीन पर व्यवसायिक शॉपिंग कॉम्प्लेक्स का निर्माण आरंभ कर दिया। अधिवक्ता एनके सालुंके ने तर्क दिया कि विशेष प्रयोजन से आवंटित जमीन का प्रयोजन राज्य सरकार के अलावा अन्य कोई नहीं बदल सकता। राज्य सरकार ने जिला पंचायत का इस संबंध में दिया गया आवेदन अस्वीकार कर दिया। इसके बावजूद इस वर्ष की शुरूआत में उक्त कॉम्प्लेक्स की नींव खोदने का काम आरंभ कर दिया गया। इस अनियमितता के खिलाफ आला अधिकारियों से शिकायत की गई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई।