scriptइस एयरपोर्ट से उड़ान भर रहे खटारा विमान, सांसत में रहती है फ्लायर्स की जान | airport authority of india Sail aircraft flying from jabalpur airport | Patrika News

इस एयरपोर्ट से उड़ान भर रहे खटारा विमान, सांसत में रहती है फ्लायर्स की जान

locationजबलपुरPublished: Dec 04, 2017 10:13:32 am

Submitted by:

deepankar roy

स्पाइस जेट की मुम्बई-जबलपुर फ्लाइट हादसे का दाग दो साल बाद भी नहीं धुल पाया

kishangarh

airport authority of india Sail aircraft flying from jabalpur airport

जबलपुर। डुमना एयरपोर्ट पर दो साल पहले 4 दिसम्बर 2015 को स्पाइस जेट की मुम्बई-जबलपुर फ्लाइट हादसे का दाग अब भी नहीं धुल पाया है। संस्कारधानी से दिल्ली, मुम्बई, हैदराबाद सहित दूसरे शहरों को यात्रा करने वाले फ्लायर्स आज भी दहशत में हैं। विमानन कम्पनियों के बूढ़े और हांफते विमान हवा में दगा दे रहे हैं। कभी रन-वे पर लैडिंग के समय चूक हो रही है, तो कभी उड़ान भरने से पहले इंजन में तकनीकी खराबी आ जाती है।
हादसे के बाद रन-वे विस्तारीकरण की आंस बंधी, लेकिन टेंडर की धीमी प्रक्रिया के चलते एक भी काम शुरू नहीं हो सका है। संस्कारधानी से उड़ान भरने वाली फ्लाइटों में सिर्फ जूम एयरलाइंस की फ्लाइट कुछ नई है। स्पाइस जेट की एसजी 1092, 2872, 2642 नम्बर की फ्लाइटें 8-10 साल पुरानी हो चुकी हैं। एयर इंडिया की 9618 नम्बर की फ्लाइट भी सात साल पुरानी है। एयर ओडिशा की एयर टैक्सी भी पांच साल पुरानी है। इसलिए इनमें आए दिन कोई न कोई तकनीकी खराबी होती रहती है।
हादसे को याद कर सिहर उठते हैं यात्री
4 दिसम्बर 2015 को स्पाइस जेट की मुम्बई-जबलपुर फ्लाइट डुमना एयरपोर्ट पर लैंडिंग कर रही थी, तभी रन-वे पर सुअरों का झंड पहुंच गया। पायलट ने हार्ड ब्रेक लगाकर विमान को रोका। इससे विमान रन-वे से उतरकर झाडिय़ों में चला गया। विमान में 49 यात्री थे, जो आज भी इस हादसे को याद कर सिहर उठते हैं। हादसे के दो साल बाद 156 करोड़ रुपए की लागत से 1988 मीटर वाले रन-वे को पांच हजार मीटर लम्बा बनाने व अन्य निर्माण कार्यों की टेंडर प्रक्रिया शुरू हुई है।
इन फ्लाइट्स का हो रहा संचालन
एयर इंडिया
जबलपुर से दिल्ली
सीट क्षमता : 72

जूम एयरलाइंस
दिल्ली-जबलपुर-कोलकाता
सीट क्षमता : 52
स्पाइस जेट
जबलपुर से दिल्ली, मुम्बई व हैदराबाद
सीट क्षमता : 78

एयर ओडिशा
इंदौर-भोपाल
जबलपुर-सतना
सीट क्षमता : 09

ये फ्लाइट्स बंद
1 अप्रैल 2017 को एयर इंडिया की जबलपुर-भोपाल-हैदराबाद फ्लाइट को सप्ताह में तीन दिन किया गया।
10 जुलाई को एयर इंडिया की जबलपुर-भोपाल और 28 अक्टूबर 2017 को जबलपुर-हैदराबाद फ्लाइट बंद कर दी गई।
इस साल विमानों में आई तकनीकी खराबी
२४ नवम्बर : दोपहर ढाई बजे हैदराबाद से जबलपुर आ रही स्पाइस जेट विमान की कॉकपिट में धुआं भ्ररने से नागपुर में इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई। करीब आधे घंटे तक ७० यात्री दहशत में रहे। मरम्मत के बाद विमान ने उड़ान भरा।
9 नवम्बर : जबलपुर-दिल्ली फ्लाइट लैंडिंग के समय रन-वे पर हार्ड ब्रेक लगाने से विमान एक तरफ झुक गया। विमान में 70 यात्री सवार थे।
3 अक्टूबर : ज़ूम एयरलाइंस की दिल्ली-जबलपुर-कोलकाता फ्लाइट के इंजन में तकनीकी खराबी आने से 10 घंटे देरी से रवाना हुआ विमान।
ये सौगातें मिलीं
20 अप्रैल को प्रभातम् एविएशन ने इंदौर-भोपाल-जबलपुर-सतना के बीच 9 सीटर एयर टैक्सी शुरू की।
14 सितम्बर 2017 को जूम एयरलाइंस की दिल्ली-जबलपुर-कोलकाता की उड़ान शुरू हुई। नवम्बर से इसका संचालन एयर ओडिशा के नाम से हो रहा है।
उम्मीदों वाला होगा अगला साल
रन-वे विस्तारीकरण, बिल्डिंग, एप्रॉन सहित टैक्सी ट्रैक की 156 करोड़ का काम भी शुरू होगा
9.56 करोड़ से 14 किमी लम्बी बाउंड्रीवॉल का निर्माण होगा शुरू
मार्च 2018 तक नए एटीसी टावर, टेक्निकल ब्लॉक, फायर स्टेशन के निर्माण की डिजाइनिंग, प्रोजेक्ट मैनेजमेंट कंसल्टेंट (पीएमसी) की नियुक्ति कर दी जाएगी।
जूम एयरलाइंस फरवरी 2018 में जबलपुर-पुणे-अहमदाबाद और जबलपुर-बेंगलुरू के बीच फ्लाइट सेवा शुरू करने की तैयारी में है
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो