scriptshani dev को प्रसन्न करने का यह है गोल्डन चांस, आप भी ऐसे उठायें इसका लाभ | amawasya 2018- worship shani dev | Patrika News

shani dev को प्रसन्न करने का यह है गोल्डन चांस, आप भी ऐसे उठायें इसका लाभ

locationजबलपुरPublished: Mar 15, 2018 11:00:36 am

Submitted by:

deepak deewan

न्याय के देवता हैं शनि, कर्मों का देते हैं फल, शनि की कृपा के बिना नहीं मिलती सुख-समृद्धि

amawasya 2018- worship shani dev

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जबलपुर। शनिदेव का नाम सुनते ही लोग अक्सर कांप जाते हैं पर यह उचित नहीं है। पंडित अजय दीवान के अनुसार प्राय: शनि के नाम पर लोगों को डराया जाता है जबकि हकीकत यह है कि वे न्याय के देवता हैं और कर्मों के अनुसार फल देते हैं। उचित कर्म करनेवाले परेशान तो होते हैं पर शनि उनकी हमेशा रक्षा करते हैं जबकि अनुचित कर्म करनेवालों को दंड जरूर देते हैं। इस जन्म में जाने-अनजाने में हमसे जो भी गल्तियां हुयीं हैं उनका परिणाम हमें शनि के माध्यम से भुगतना ही पड़ेगा, इसका प्रायश्चित भी शनि की कृपा से ही कर सकते हैं। अनुचित कर्मों का दंड तो भुगतना ही पड़ेगा पर यह कम से कम हो, हमारी परेशानियां खत्म हों इसके लिए शनिदेव से प्रार्थना करनी चाहिए। शनिपूजन के लिए शनिवार का दिन और अमावस्या श्रेष्ट मानी जाती हैं और जब इन दोनों का संयोग हो जाए यानि शनिवार के दिन अमावस्या आए तो इस दिन शनिदेव की पूजा करने से यथेष्ट फल जल्द प्राप्त होते हैं। 17 मार्च को यह शुभ संयोग आ रहा है। इस दिन चैत्र मास की अमावस्या है। अमावस्या शनिवार के दिन होने से शनिश्चरी अमावस्या का शु? योग ?? बन रहा है। इस दिन राशि अनुसार शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए उनकी पूजा-आराधना जरूर करें। श्रद्धापूर्वक शनिपूजन करेंगे तो आपकी परेशानियां धीरे-धीरे कुछ कम जरूर होंगी यह तय है।
पंडित दीपक दीक्षित के अनुसार शनिश्चरी अमावस्या के दिन सुबह स्नान करें, शनिदेव पर तैल अर्पित करें, शनि के सरल मंत्र ऊं शं शनैश्चराएै नम या प्रां प्रीं प्रौं श शनैश्चराएै नम का अधिक से अधिक जाप करें- जाप करते समय आंखें बंद रखकर शनिदेव का ध्यान करते रहें- उनसे अपने बुरे कर्मों के लिए क्षमा मांगते हुए उनसे आपपर प्रसन्न होने की प्रार्थना करें। अधिक संभव नहीं हो तो कम से कम एक माला जाप- १०८ बार मंत्र जाप जरूर करें। हो सके तो दशरथकृत शनि स्त्रोत पढ़ें। इस समय वृश्चिक, धनु और मकर राशि पर शनि का साढ़ेसाती का प्रभाव है और वृषभ और कन्या राशि शनि की ढय्या से पीडि़त है। इससे पीडि़त सभी लोग भी इस दिन शनि पूजन करें, शनि मंत्रों का जाप कर शनिदेव की कृपा प्राप्त कर सकते हैं। जिनकी शनि महादशा, अंतरदशा या प्रत्यंतर दशा चल रही है उन्हेंं भी यह करना चाहिए, शनि की दशा में थोड़ा दुख जरूर होता है।

धर्म ग्रंथों के अनुसार इस दिन दान करने का भी विशेष महत्व है। गरीबों, जरूरतमंदों को उनकी जरूरत की चीजें दान करने से भी शनिदेव प्रसन्न होते हैं। शनिदेव को प्रसन्न रखने के लिए एक बात ध्यान रखें, हमेशा गरीबों, जरूरतमंदों की मदद करें, मजदूरों का पैसा न हड़पें, उनकी सहायता करें। मजदूरों, कमजोरों, गरीबों की मदद करनेवालों का शनिदेव कभी भी बुरा नहीं करते हैं, यह बात हमेशा ध्यान रखें।
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