छापे में उसके पास 20 एकड़ जमीन, दो मकान व प्लॉटों का पता चला है। कुछ संपत्ति रिश्तेदारों के नाम से खरीदे जाने की आशंका है। उइके का जबलपुर की प्राइम लोकेशन में एक भूखंड और एक लग्जरी कार है। कई एकड़ कृषि भूमि की 7 रजिस्ट्री मिली हैं। आठों खातों की पासबुक मिलीं हैं।
पिछले चंद दिनों में ही मप्र से आ चुके हैं ऐसे से कई मामले –
केस 1-
बालाघाट में विद्युत विभाग के सेवानिवृत्त सहायक यंत्री दयाशंकर प्रजापति के घर चंद दिनों पहले सुबह के समय ईओडब्ल्यू जबलपुर की टीम ने छापामार कार्रवाई की। इस कार्रवाई के दौरान ईओडब्ल्यू को 6 ऑलीशान मकान, 12 प्लॉट, 330 ग्राम सोना, 3 किलो 300 ग्राम चांदी, दो बाइक, एक कार सहित करोड़ो रुपए की अन्य संपत्ति मिली है। ईओडब्ल्यू फिलहाल इस मामले की जांच कर रही है।
आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ के डीएसपी मनजीत सिंह ने बताया कि विद्युत विभाग में पदस्थ सहायक यंत्री दयाशंकर प्रजापति वर्ष 2018 में सिवनी से सेवानिवृत्त हुए हैं।
इनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति की शिकायत मिली थी। शिकायत के आधार पर अपराध दर्ज कर मामले को विवेचना में लिया गया।
केस 2-
इसी माह आज से चंद राेज पहले भोपाल में चिकित्सा शिक्षा विभाग के सतपुड़ा भवन में पदस्थ क्लर्क हीरो केसवानी के घर पर हुई ईओडब्ल्यू की छापेमारी में करोड़ों रुपए की काली कमाई मिली। सुबह के समय ईओडब्ल्यू (EOW) की टीम ने क्लर्क हीरो केसवानी के संत हिरदाराम नगर (बैरागढ़) स्थित मकान पर छापेमारी की थी जो देर शाम तक जारी रही। कार्रवाई के दौरान क्लर्क के घर से करीब 85 लाख रुपए कैश जब्त हुए हैं। घर के हर कमरे से टीम के सदस्यों को नोटों की गड्डियां मिलीं जिन्हें गिनने के लिए मशीन बुलानी पड़ी। इतना ही नहीं 85 लाख रुपए नकद तो 12 से अधिक अचल संपत्तियों के दस्तावेज और चार लक्जरी वाहन भी क्लर्स के पास मिले हैं।