कुछ समय के लिए गए वहीं के हो गए
निर्वाचक फोटो नामावली, बीएलओ जैसे कार्यों के लिए कुछ समय के लिए शिक्षकों को बुलाया गया था। लेकिन ये शिक्षक वहीं के होकर रह गए। जबलपुर शहरी क्षेत्र के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों से भी बड़ी संख्या में शिक्षक स्कूल छोडक़र अफसरों के पास नौकरी कर रहे हैं। जबकि प्राचार्यों द्वारा शिक्षकों की कमी होने एवं कलेक्ट्रेट में पदस्थ शिक्षकों को वापस स्कूल भेजने पत्र लिखने के बाद भी कोई कार्रवाई न होने की शिकायतें की गई थी।
एसडीएम, कलेक्टर पर भी होगी कार्रवाई
सूत्रों के अनुसार अब एसडीएम, तहसीलदार से लेकर कलेक्टर पर भी कार्रवाई की जाएगी। यदि संबंधित अधिकारी के अधीन कोई शिक्षक स्कूल छोडक़र अटैच होकर काम कर रहा है और संबंधित अधिकारी द्वारा रिलीव नहीं किया जा रहा है तो संबंधित के खिलाफ वरिष्ठ अधिकारियों अथवा शासन को कार्रवाई के लिए नामजद लिखा जाएगा।
प्रमुख सचिव ने कहा तत्काल करो कार्रवाई
जिला शिक्षा अधिकारी के पास पहुंचे प्रमुख सचिव के पहुंचे पत्र में एेसे शिक्षक जो लंबे समय से गैर शैक्षणिक कार्य में संलग्न है उनका वेतन भुगतान तत्काल प्रभाव से रोकने के लिए कहा गया है। उनकी शला में उपस्थिति के पश्चात ही उन्हें वेतन भुगतान किया जाए। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही न की जाए। इन निर्देशों की अव्हेलना में जिला शिक्षा अधिकारी और संबंधित स्कूल के प्राचार्य को दोषी ठहराया जाएगा।
-स्कूल छोडक़र गैर शैक्षणिक कार्यों में संलग्न शिक्षकों का वेतन रोकने के निर्देश मिले हैं। जिले में कार्रवाई शुरू की जा रही है। एेसे शिक्षकों की सूची तैयार कराई जा रही है।
-सुनील नेमा, जिला शिक्षा अधिकारी