जिले की 26 लाख आबादी के लिए 3300 पुलिस कर्मी तैनात हैं। 39 थाने सहित ट्रैफिक, महिला थाना, क्राइम ब्रांच और अजाक थाने हैं। बावजूद लोग खुद को सुरक्षित नहीं महसूस कर पा रहे हैं। बेखौफ अपराधी हर दो-चार दिन पर सरेआम ठायं-ठायं कर रहे…
जबलपुर•Apr 16, 2019 / 12:42 am•
santosh singh
बेखौफ अपराधी हर दो-चार दिन पर सरेआम ठायं-ठायं कर रहे
जबलपुर. जिले की 26 लाख आबादी के लिए 3300 पुलिस कर्मी तैनात हैं। 39 थाने सहित ट्रैफिक, महिला थाना, क्राइम ब्रांच और अजाक थाने हैं। बावजूद लोग खुद को सुरक्षित नहीं महसूस कर पा रहे हैं। बेखौफ अपराधी हर दो-चार दिन पर सरेआम ठायं-ठायं कर रहे हैं। चोरों का खौफ ऐसा है कि घर छोडकऱ बाजार जाने में भी लोग डरते हैं। राह चलते शहर में लुट जाना आम बात हो गयी है। कई हत्याएं और डकैती की अनसुलझी वारदातें पुलिस के लिए अब भी रहस्य बनी हुई हैं। इसके बावजूद लोकसभा चुनाव में किसी भी दल की तरफ से कानून-व्यवस्था पर कोई चर्चा नहीं की जा रही है। जबकि ये मुद्दा जन-जन से जुड़ा हुआ है। पत्रिका ने लोगों के बीच कानून व्यवस्था को लेकर चर्चा की तो लोगों ने खुलकर आक्रोश व्यक्त किया और खाकी-अपराधी के गठजोड़ को अपराध के बढऩे की बड़ी वजह बतायी।
news fact-
वाहन चोरी-164
घरों में चोरी-564
लूट-18
हत्या-14
हत्या का प्रयास-33
बलात्कार-29
गैंगरेप-04
दहेज हत्या-07
अनसुलझी डकैती-05
अनसुलझी हत्याएं-05
पहले खटुआ, अब बादल की हत्या बनी रहस्य
जिले में जीसीएफ में जेडब्ल्यूएम एससी खटुआ हत्याकांड और शहपुरा बैंक में 80 लाख की चोरी के दो बड़े चर्चित प्रकरण पुलिस सुलझा भी न पायी थी कि अब चरगवां में बादल हत्याकांड सुर्खियों में है। 175 घरों की आबादी वाले बिजौरी-सगड़ा गांव में पहले 10 वर्षीय बादल गायब होता है और फिर चार दिन बाद उसकी प्लास्टिक बोरी में लाश मिलती है। पांच दिन से पुलिस गांव में डेरा जमाए हुए है। बावजूद खुलासा नहीं कर पायी।
दो साल बाद भी विजय यादव पकड़ से दूर
जिले में 100 से ज्यादा इनामी बदमाश पुलिस के लिए चुनौती बने हुए हैं। दोहरे हत्याकांड से सुर्खियों में आया विजय यादव दो साल से पुलिस की पकड़ से दूर हैं।
नशे और जुआ-सट्टा का हब
मादक पदार्थों की तस्करी से लेकर जुआ-सट्टा और अवैध असलहों की खरीद-फरोख्त का ये शहर गढ़ बनता जा रहा है। नशे के कारोबार छोटे-छोटे बच्चों को मोहरा बनाकर स्मैक बिकवा रहे हैं। पिछले तीन सालों में जिले में चार एसपी बदल गए, लेकिन इस पर अंकुश नहीं लगा पाए।
ये बड़ी वारदात
-27 फरवरी 2019 को केंट में सब्जी विक्रेता की धारदार चाकू से की गई हत्या
-05 फरवरी 2018 को नेपियर टाउन में शराब ठेकेदार के तीन कैश कलेक्शन एजेंटों को घायल कर पांच लाख की लूट
-07 मई 2018 को नेपियर टाउन निवासी व्यापारी निखिल अग्रवाल के घर 65 लाख की डकैती
-11 नवम्बर 2016 को अधिवक्ता हर्षवर्धन शुक्ला के घर दस लाख की डकैती
-14 मई 2016 को बार संचालक रामअवतार गुप्ता के घर 15 लाख की डकैती
-21 अप्रैल 2015 को चौथा पुल निवासी एवं लिज्जत पापड़ की प्रमुख पुष्पा बेरी के घर 20 लाख की डकैती
फायरिंग की ये तीन महीने में बड़ी वारदातें-
-12 अप्रैल को चुंगी चौकी में विनय बड्डा पर फायर
-26 मार्च को गोराबाजार में ससुर को फंसाने फायरिंग
-22 मार्च को हनुमानताल के चारखम्भा में फायरिंग
-18 मार्च को हनुमानताल के दुर्गा चौक में फायरिंग
-07 मार्च को बेलखेड़ा के पावला गांव में रेत की रंजिश में फायरिंग
-27 फरवरी को सिविक सेंटर जिम संचालक पर फायर
-04 फरवरी को अंजुमन स्कूल में फायरिंग
Home / Jabalpur / लोकसभा से पहले इस शहर की कानून व्यवस्था हो गयी ठप, पढ़े न्यूज