सीधे सड़क पर पहुंचे किसान
बताया गया है कि किसान गुड़ लेकर मंडी पहुंचे। यहां पर काफी देर तक व्यापारियों ने बोली नहीं लगाई। इस बात से असंतुष्ट कुछ किसान सीधे राष्ट्रीय राजमार्ग पर पहुंच गए और नारेबाजी करते हुए चकाजाम कर दिया। कृषक रामकेश पटेल और अरुण सिंह का कहना है कि मंडी में किसानों के साथ भेदभाव किया जा रहा है। उपज का सही मूल्य नहीं दिया जा रहा है। व्यापारी लॉबिंग करके उपज का दाम घटा देत हैं और बाद में फिर खुद इस पर भरपूर मुनाफा कमाते हैं। प्रदर्शन के चलते मौके पर भारी संख्या में पुलिस दल तैनात है। किसानों की मांग है कि कलेक्टर को इस मामले में हस्तक्षेप करके उचित मूल्य दिलाना चाहिए।
वाहनों की कतार, जाम
प्रदर्शन के चलते एनएच के दोनों ओर वाहनों की कतार लग गई है। सड़क पर जाम लग गया है। प्रदर्शन कर रहे किसानों ने बताया कि मध्य प्रदेश की सबसे बड़ी गुड मंडी करेली में जहां 2800 रुपए प्रति क्विंटल का रेट चल रहा है, वही नरसिंहपुर मंडी में यहां के गुण व्यापारी 2300 रुपए में किसानों को गुड़ बेचने के लिए मजबूर कर रहे हैं। इस बात की जानकारी जिला प्रशासन को और मंडी सचिव सहित प्रमुख अधिकारियों को दी गई है, लेकिन इस पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।
जाम में फंसे लोग
समस्या से त्रस्त और आक्रोशित किसानों ने पहले मंडी में प्रदर्शन किया फिर रेलवे स्टेशन के पास मुख्य मार्ग पर प्रदर्शन किया और उसके बाद अब एनएच जाम कर दिया है। जाम की स्थिति के कारण जहां दोनों ओर लोग फंसे हुए हैं। मौके पर प्रशासनिक अधिकारी और पुलिस भी मौजूद है। पुलिस अधीक्षक डॉ. मोनिका शुक्ला ने किसानों को समझा कर उन्हें उठाने का प्रयास किया लेकिन किसानों ने विनम्रतापूर्वक उनके सामने हाथ जोड़कर उन से अनुरोध किया उनके पेट की लड़ाई है। जीवन का प्रश्न है, इसलिए वे अपनी पीड़ा कलेक्टर के सामने रखना चाहते हैं। सभी को उम्मीद है कि न्याय जरूर मिलेगा।
नहीं पहुंचे कलेक्टर
किसानों का कहना है कि बार-बार आग्रह के बाद भी कलेक्टर अभय वर्मा मौके पर नहीं पहुंचे हैं। अधिकारी यह जानकारी दे रहे हैं कि कलेक्टर जबलपुर गए हुए हैं। किसान कलेक्टर से मिलने की बात पर अड़े हुए हैं। एसडीएम और तहसीलदार से कोई बात करने को तैयार नहीं है। पेंच यहीं पर फंसा हुआ है। किसानों की मांग है कलेक्टर उनकी बात सुनें और उसे सरकार तक पहुंचाएं ताकि उन्हें गुड़ व अन्य उपज का बेहतर मूल्य मिल सके।