बता दें कि यह कार्रवाई कलेक्टर कर्मवीर शर्मा के निर्देश पर की गई है। अब डॉ पंकज ग्रोवर को नया आरएमओ बनाया गया है। जानकारी के अनुसार उखरी निवासी सत्यजीत यादव ने सीएमएचओ से शिकायत की थी कि उसके भाई अभिजीत यादव दोनों पैर व रीढ़ की हड्डी की बीमारी से पीड़ित हैं। वह विकलांग की श्रेणी में आते हैं। नवंबर 2020 में उनके पिता का निधन हो गया था। परिवार पेंशन के लिए अभिजीत का विकलांग सर्टिफिकेट बनवाने के लिए 16 जून को आरएमओ डॉ संजय जैन से मिला था, तब उन्होंने एक कर्मचारी से मिलाया, बोले कि वह किसी से मिलवाएगा। वही प्रमाण पत्र बनाएगा।
सत्यजीत का आरोप है कि वह डॉ जैन के कहे अनुसार कर्मचारी से मिले जो उन्हें डॉक्टर का लैपटॉप लेकर पुराने ओपीडी के रास्ते अस्पताल के पीछे ले गया। मेरे साथ विकलांग भाई भी था जिसे ह्वील चेयर पर लेकर पीछेपी गए। अस्पताल के पीछे उस कर्मचारी ने एक व्यक्ति से मिलवाया, जिसने प्रमाण पत्र बनाने के एवज में उससे 5 हजार रुपए मांगे। बताया कि डॉक्टर साहब खुद पैसे मांगने में संकोच कर रहे थे। इतने पैसे पास में नहीं थे, तो बोला कि आप डॉक्टर साहब से खुद बात कर लो।
सत्यजीत यादव के मुताबिक उसने कहा कि वह खुद डॉक्टर साहब को पैसे दे देगा, तब वह व्यक्ति बोला कि डॉक्टर साहब सीधे पैसे नहीं लेते हैं। इसके बाद वह डॉ संजय जैन से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने कॉल रिसीव नहीं की। कुछ लोगों से फोन करवाने पर कमरा नंबर 30 में फार्म भरवाने को बुलवाया। फार्म भरवाने के बाद दिन भर बाहर बैठाए रखा। शाम को पता करने पर कहा गया कि जुलाई या अगस्त में आकर पता कर लेना, जबकि 5 हजार देने पर फौरन प्रमाण पत्र बनाने को तैयार थे।
इस मामले में श्रमजीवी पत्रकार परिषद की ओर से कलेक्टर कर्मवीर शर्मा और सीएमएचओ डॉ रत्नेश कुरारिया से शिकायत की गई थी जिस पर 17 जून को सीएमएचओ ने आरएमओ को तत्काल प्रभाव से हटाते हुए, पूरे प्रकरण की जांच के आदेश दिए हैं। इस अवधि में डॉ पकंज ग्रोवर को आरएमओ का प्रभार सौंपा गया है।