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जबलपुर

कमाल है डॉक्टर साब… पगार ले रहे सरकारी, बाहर भी चला रहे दुकानदारी

मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर्स का मामला

जबलपुरNov 04, 2018 / 12:56 pm

Premshankar Tiwari

bitter truth of government doctors

पगार ले रहे सरकारी, बाहर भी चला रहे दुकानदारी

जबलपुर। राज्य सरकार के प्राइवेट प्रेक्टिस को लेकर सख्ती से नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज के कई डॉक्टरों पर कार्रवाई का खतरा मंडरा रहा है। कॉलेज में ऐसे डॉक्टर्स की लंबी फेहरिस्त है जो मेडिकल अस्पताल से ज्यादा समय निजी अस्पतालों को देते हैं। चिकित्सा शिक्षा विभाग ने सरकारी ड्यूटी के समय पर प्राइवेट प्रेक्टिस करने पर फिलहाल कार्रवाई का चाबुक चलाना शुरू किया है। लेकिन मेडिकल में तो ऐसे डॉक्टर भी है जिनके खुद के अस्पताल हैं। अधिक कमाई के लिए कुछ डॉक्टर्स ने निजी अस्पतालों को किराए पर ले रखा है। इन अस्पतालों का पूरा संचालन ये डॉक्टर ही कर रहे हैं। ये भी अब सरकार की कार्रवाई के लपेटे में आ सकते है। माना जा रहा है कि पैसों के लालच में कई डॉक्टरों ने अपने पेशे की पवित्रता को ही कटघरे में खड़ा दिया है। सरकारी अस्पतालों में अपने दायित्व का निर्वहन करने की बजाय उनकी रुचि निजी अस्पतालों में जाकर कमाई में ज्यादा दिख रही है।

50 से अधिक चिकित्सक
मेडिकल कॉलेज अस्पताल में सेवाएं देने वाले कई चिकित्सकों ने निजी अस्पतालों के साथ सीक्रेट एग्रीमेंट किया हुआ है। सूत्रों के अनुसार ये डॉक्टर्स निजी अस्पताल की आवश्यकता पर ड्यूटी छोडकऱ वहां मरीजों की जांच के लिए पहुंचते है। इनकी संख्या करीब पचास बताई जा रही है। इसमें समस्त विधाओं के विशेषज्ञ चिकित्सक शामिल है।

एनपीए भी ले रहे
राज्य सरकार सिर्फ मेडिकल अस्पताल में सवा देने वाले चिकित्सकों को अलग से नॉन प्रेक्टिसिंग एलाउंस का भुगतान करती है। खबर है कि मेडिकल के कुछ डॉक्टर्स एनपीए की सुविधा लेने के बावजूद गुपचुप तरीके से प्राइवेट प्रेक्टिस कर रहे है। घर में क्लीनिक चला रहे है। अघोषित रुप से गली-मोहल्ले में नियमित मरीजों की जांच कर रहे है।

इमरजेंसी ऑपरेशन
राज्य सरकार ने चिकित्सकों को इमरजेंसी ऑपरेशन करने की छूट दी है। लेकिन निजी अस्पताल में ऑपरेशन से पहले प्रबंधन को सूचित करना अनिवार्य किया है। खबर है कि कई विशेषज्ञ चिकित्सक इस नियम की आड़ में ड्यूटी के समय निजी अस्पतालों में ऑपरेशन कर रहे है। इसकी सूचना भी प्रबंधन को नहीं दे रहे हैं। प्राइवेट अस्पताल के संचालक भी डॉक्टर्स से संबंधित जानकारी सरकार से छिपा रहे हैं।

होगी सख्त कार्रवाई
मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर्स को प्राइवेट प्रेक्टिस संबंधी प्रावधान की पालना करना है। निजी अस्पतालों को भी डॉक्टर्स से संबंधित जानकारी प्रेषित करने का निर्देश है। नियम का उल्लंघन करने पर डॉक्टर्स के साथ ही अस्पताल पर भी सख्त कार्रवाई होगी।
आशुतोष अवस्थी, संभागायुक्त

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