शर्त हारने पर तीन युवकों ने चार जनवरी को एक सहकर्मी पर पेट्रोल उड़ेला और आग लगा दी। गंभीर हालत में उसे निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां रविवार को उसकी मौत हो गई। इससे नाराज परिजन ने पुलिस और साहिल हांडा के संचालक पर मामले को दबाने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की। पुलिस ने शव का पीएम कराया और मामले की जांच का भरोसा दिलाया।
पुलिस ने बताया कि, आजाद चौक गोरखपुर निवासी ऋषभ गुप्ता (२३) नेपियर टाउन स्थित साहिल हांडा में बीडीआई सेक्शन में काम करता है। उसके साथ मिस्त्री आरिफ काम करता है। आरिफ ने चार जनवरी को ऋषभ से एक वाहन को साइड स्टैंड पर खड़ा करने की शर्त लगाई। ऋषभ एेसा नहीं कर पाया और शर्त हार गया। आरिफ के कहने पर शंकर बागेन्द्र मिस्त्री ने ऋषभ के कपड़ों पर पेट्रोल डाला। इसी दौरान सेल्समैन सचिन कोष्टा ने लाइटर जलाया, जिससे ऋषभ के कपड़ों में आग लग गई। वह गंभीर रूप से झुलस गया। साथी कर्मचारियों ने आग बुझाया और उसे निजी अस्पताल ले गए। पुलिस ने ऋषभ के बयान के आधार पर आरिफ, सचिन और शंकर के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया था।
मामला दबाने का आरोप-
ऋषभ की मौत से नाराज परिजन रविवार को आक्रोशित हो गए। उन्होंने पुलिस और साहिल हांडा के संचालक पर मामले को दबाने का आरोप लगाते हुए अन्य कर्मियों के भी वारदात में शामिल होने की बात कही।