जबलपुर के मेडिकल कॉलेज में आरटीपीसीआर टेस्ट की सुविधा बढ़ी
जबलपुर•Aug 08, 2021 / 08:20 pm•
shyam bihari
जबलपुर। मेडिकल कॉलेज, जबलपुर की वायरोलॉजी लैब में अब प्रतिदिन दो हजार से ज्यादा कोरोना संदिग्धों के नमूनों की आरटीपीसीआर जांच हो सकेगी। कोरोना की पहली लहर के समय रेकॉर्ड समय में लैब बनाने के बाद कॉलेज प्रबंधन ने कम समय में इसकी कार्य एवं जांच क्षमता भी बढ़ा ली है। नए उपकरणों के साथ लैब का विस्तार कार्य पूरा होने पर शनिवार को इसका विधिवत शुभारंभ कर दिया गया है। इसके बाद आवश्यकता होने पर 2200 नमूने तक की एक दिन में जांच संभव होगी। आने वाले समय में कोरोना के अलावा अन्य कई जटिल जांच की सुविधा इस लैब में उपलब्ध होगी।
लैब एक नजर में
– 300 नमूने की प्रतिदिन जांच क्षमता के साथ पिछले साल शुरुआत
– 900 नमूने की प्रतिदिन पिछले वर्ष के अंत तक जांच क्षमता
– 2200 नमूने की प्रतिदिन जांच अब इस लैब में करने की सुविधा
तीसरी लहर से पहले बड़ा काम
कोरोना की तीसरी लहर की संभावना के बीच आरटीपीसीआर टेस्ट क्षमता बढऩे से मरीजों को फायदा मिलेगा। वर्तमान में नौ सौ नूमने की क्षमता होने के बावजूद चौबीस घंटे लगातार कार्य करके लैब में पंद्रह सौ नमूने तक प्रतिदिन जांच की गई है। इसके बावजूद नमूने की जांच रिपोर्ट समय पर नहीं मिल पा रही थी। अस्पताल के अलावा आसपास के जिलों से नमूने आने से बैकलॉग था। अब क्षमता बढऩे से लैब में ज्यादा संख्या में नमूने जांचें जा सकेंगे। रिपोर्ट जल्दी मिलने पर संक्रमण की रोकथाम की कार्रवाई भी ज्यादा प्रभावी हो सकेगी।
उपकरण के साथ मानव श्रम भी बढ़ा
वायरोलॉजी लैब में नए उपकरणों की स्थापना के साथ ही जांच के लिए आवश्यक मानव श्रम भी चिकित्सा शिक्षा विभाग ने स्वीकृत किया है। इससे अब एक ही पाली में एक साथ परीक्षण करने वाले चिकित्सक एवं टेक्नीशियन की दो टीम जांच कार्य कर सकेंगी। इससे नमूने की जांच में तेजी आएगी। शनिवार को लैब के शुभारंभ अवसर पर एनएससीबीएमसी के डीन डॉ. पीके कसार, अस्पताल अधीक्षक डॉ. राजेश तिवारी, लैब इंचार्ज डॉ. रीति सेठ उपस्थित थीं।
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