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जबलपुर

नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन मामले की जांच पूरी, खुलासा होते ही फंसेंगे बड़े बड़े नाम

नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन मामले की जांच पूरी, खुलासा होते ही फंसेंगे बड़े बड़े नाम

जबलपुरJun 22, 2021 / 12:26 pm

Lalit kostha

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जबलपुर। गुजरात से सिटी अस्पताल तक पहुंचे 500 नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन मामले की जांच करीब-करीब एसआइटी ने पूरी कर ली है। गुजरात से लाए गए चारों आरोपियों से पूछताछ भी लगभग पूरी हो गई है। हालांकि अब भी कुछ जांच रिपोर्टों का आना शेष है। सोमवार को गुजरात से लाए गए भगवती फार्मा के संचालक सपन जैन, इंदौर में नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन की डिलेवरी देने वाले रीवा निवासी सुनील मिश्रा और गुजरात के सूरत में नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन बनाने वाले कौशल वोरा और पुनीत शाह की पांच दिन की पुलिस रिमांड खत्म हुई। जिसके बाद चारों आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया। सुनवाई के बाद न्यायालय ने चारों आरोपियों को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजने के आदेश दिए। चारों आरोपियों को लेकर मंगलवार को एसआइटी की टीम गुजरात के मोरबी रवाना होगी। जहां चारों आरेापियों को जेल में दाखिल कराया जाएगा।

एक-दो रिपोर्ट का इंतजार
गुजरात से लाए गए चारों आरोपियों को लेकर आज एसआइटी की टीम जााएगी मोरबी

देवेश का प्रोडक्शन वारंट जारी
गुजरात के मोरबी जिला न्यायालय ने सेन्ट्रल जेल जबलपुर में बंद सिटी अस्पताल के फार्मासिस्ट देवेश चौरसिया का प्रोडक्शन वारंट जारी किया है। पुलिस द्वारा मंगलवार को उसे जेल से बाहर लाया जाएगा, जिसके बाद उसे गुजरात ले जाया जाएगा। वहां मोरबी जिले की पुलिस नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन मामले में देवेश से पूछताछ करेगी।

 

Remdesivir Injection

चार्जशीट होगी तैयार
नकली रेमडेसिविर मामले में अब तक एसआइटी सिटी अस्पताल के डायरेक्टर सरबजीत सिंह मोखा, सरबजीत की पत्नी जसमीत मोखा और बेटे हरकरण मोखा समेत अस्पताल की मैनेजर सोनिया खत्री शुक्ल, राकेश शर्मा, भगवती फार्मा के संचालक सपन जैन, सुनील मिश्रा और नकली इंजेक्शन बनाने वाले कौशल वोरा और पुनीत शाह को गिरफ्तार कर चुकी है। गुजरात से लेकर सिटी अस्पताल तक पहुंचे नकली इंजेक्शन मामले में शामिल आरोपियों की गिरफ्तारी व साक्ष्य संकलन के बाद अब चार्जशीट बनाने का काम किया जाएगा। गुजरात और इंदौर से कई अहम सबूत मिलने के बाद ही चार्जशीट पेश की जाएगी।

किया जाए जुर्माना
नागरिक उपभोक्ता मार्गदर्शक मंच ने नगरीय प्रशासन के प्रमुख सचिव को पत्र लिखकर नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन नर्मदा में फेंकने वालों पर जुर्माना करने की मांग की है।


गुजरात से लाए गए चारों आरोपियों को न्यायालय ने न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजने के आदेश दिए है। नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन मामले में कुछ जांच रिपोर्ट आनी शेष हैं। जल्द ही जांच पूरी कर ली जाएगी।
– रोहित काशवानी, एएसपी

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