भाई बोला खत्म कर दो नाम-ओ-निशान
शहीद अश्विनी काछी के भाई सुमंत ने पत्रिका से चर्चा करते हुए कहा कि ईंट का जवाब अब पत्थर से दिया जाए। सेना को खुली छूट मिले ताकि आतंकवाद का सफाया हो जाए। देशद्रोहियों और आतंकियों को जिंदा रहने का कोई अधिकार नहीं है।
पिता ने कहा सरकार को बदला लेना चाहिए
शहीद के पिता सुकरू काछी ने कहा कि जवान शहीद हो गए हैं, अब उसकी जिम्मेदारी है कि उनकी शहदात का बदला लिया जाए। आतंकवादियों को देश में घुसते ही मार दिया जाना चाहिए।
ग्रामीणों का जमावड़ा
शहीद के घर ग्रामीणों का जमावड़ा लगा हुआ है। पूरे गांव में शोक की लहर है। लोग परिजनों से मिलने उनके घर पहुंच रहे हैं। दूर दराज के इलाकों से भी बड़ी संख्या में लोग शहीद के घर पहुंचे हैं। जनप्रतिनिधियों के साथ साथ प्रशासन स्तर के अधिकारी भी शहीद के घर पहुंचे हैं।