इस बारे में नगर निगम के उद्यान अधिकारी अनिल मिश्रा का कहना है कि बीएसएनएल कैम्पस में पेड़ों की छंटाई का आवेदन मिलने पर अनुमति दी गई थी। उन्होंने भी माना कि ठेकेदार का नाम मोहम्मद रफीक उर्फ बल्लू है। यह भी माना कि वन विभाग बबलू नामक के व्यक्ति को तलाश रहा है। वहीं, रेंजर और जांच अधिकारी एमएल बरकड़े का कहना है कि उद्यान विभाग की ओर से जो चि_ी भेजी गई थी, उसमें ठेकेदार का नाम बबलू खान बताया गया है। निगम के जिम्मेदार अधिकारियों से इस सम्बंध में पूछताछ करेंगे। अफसर कुछ भी कहीं। लेकिन, इस मामले में नाम की गफलत तो हुई है। यह भी साफ है कि नाम में गफलत अपने आप तो नहीं हुई। उसके पीछे साजिश किसकी है, इसकी जांच भी विभागों के इन्हीं अफसरों को करनी है। इसलिए बहुत कुछ साफ हो पाएगा, इसके लिए इंतजार करना पड़ेगा