पोस्ट कोविड इफेक्ट में ज्यादातर मरीज ठीक होने के बाद सांस फूलने, थकान और शुगर की समस्या से जूझ रहे हैं। विशेषज्ञों के अनुसार कोरोना होने पर उपचार में दी जाने वाली कुछ दवाओं का सीधा असर लीवर, किडनी और हार्ट पर पड़ रहा है। इससे अपच, पेटदर्द, बेचैनी, थकान, हार्ट अटैक जैसी समस्या हो रही है।
पोस्ट कोविड ओपीडी में 101 से 103 डिग्री तक बुखार और कमजोरी की शिकायत लेकर कई मरीज आ रहे हैं। इनका चेस्ट सीटी स्कैन और एक्स-रे कराने पर रिपोर्ट नॉर्मल आ रही है। लेकिन, अन्य जांच कराने पर यूरिन, लीवर और आंतों के संक्रमण से पीडि़त मिल रहे हैं। विशेषज्ञ बता रहे है कि स्टेरॉयड देने के कारण मरीजों में अन्य बैक्टीरियल इंन्फेक्शन का खतरा रहता है।
पोस्ट कोविड में लंग्स फायब्रोसिस, कार्डियक, मानसिक समस्या के साथ डायबिटीज के केस ज्यादा है। मरीज सांस फूलने, थकान होने की शिकायत कर रहे हैं। जांच में कई मरीजों के सीआरपी, डी-डायमर रिपोर्ट नॉर्मल है। कोरोना होने पर स्टेरॉयड देने और वायरस के कारण मेटाबालिज्म प्रभावित होता है। इसके कारण शुगर बढ़ी मिल रही है। कोरोना के कारण रोग प्रतिरोधक क्षमता भी कम रह जाती है। इसके कारण भी कुछ बीमारियां हो रही हैं। हार्ट इनलॉर्ज होने से कुछ लोगों का बीपी लो हो रहा है। कोविड से ठीक होने के बाद मरीजों डॉक्टर से नियमित परामर्श लेते रहना चाहिए। डॉक्टर से सलाह लेकर योग, प्राणायम, ब्रीदिंग एक्सरसाइज करना चाहिए। खान-पान अच्छा रखना आवश्यक है।
डॉ. आरएस शर्मा, मेडिसिन एवं हृदय रोग विशेषज्ञ