पांच आईपीएस, फिर भी कानून व्यवस्था खराब-
जिले में खराब कानून व्यवस्था की ये स्थिति तब है, जब पांच-पांच आइपीएस अलग-अलग जिम्मेदारी सम्भाल रहे हैं। एसपी के अलावा शहर की कमान दो आइपीएस बतौर एएसपी सम्भाल रहे हैं। नवसृजित गढ़ा सम्भाग और एसडीओपी सिहोरा की कमान दो प्रशिक्षु आइपीएस के जिम्मे हैं। इसके बाद भी रेत के अवैध खनन में लिप्त आरोपी ने दिन दहाड़े गोली मारकर मझौली में प्रतिद्वंद्धी की हत्या कर दी। बेलखेड़ा में सीमावर्ती जिले से 19 अपराधी असलहों से लैस होकर विवाद करने आ धमके।
खाकी हो रही शर्मसार
पिछले दिनों कटनी में शराब तस्करी में रंगेहाथों गिरफ्तार दो आरक्षकों ने पुलिस के अनुशासन को तार-तार कर दिया। एक अधिकारी स्तर की महिला के वायरल ऑडियो को कोई सुन ले तो भ्रष्टाचार में आकंठ डूबे पुलिस विभाग में होने वाली एफआईआर की हकीकत जान जाएगा।
शहर से लेकर हाईवे तक असुरक्षित
शहर से लेकर हाइवे तक असुरक्षित है। मौका पाते ही लुटेरे वारदात को अंजाम दे देते हैं। पनागर में पेट्रोल पम्प कर्मी से 1.04 लाख की लूट हो फिर बरगी में फायनेंस कर्मी के साथ 80 हजार की लूट हो। खितौला में भी कुर्रे बायपास पर चार बदमाशों ने हाइवे पर ही लूट की वारदात को अंजाम दिया।
एक्सपर्ट व्यू
जिले में हाल के दिनों में लूट, हत्या और महिला सम्बंधी अपराधों की लगातार खबरें आ रही हैं। पुलिस कार्रवाई कर रही है, लेकिन अपराधियों में खौफ पैदा नहीं कर पा रही है। लूट व चोरी जैसे सम्पत्ति सम्बंधी अपराधों में सक्रियता और प्रभावी गश्त से ही रोक लगाई जा सकती है।
मनोहर वर्मा, रिटायर्ड डीआईजी