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जबलपुर

ये है अपराधियों के लिए सबसे सुरक्षित शहर, खुलेआम होता है मर्डर फिर भी पुलिस कुछ नहीं कर पाती

– जिलाबदर होने का खौफ नहीं, घर में रहते हैं- शहर में ही बेखौफ करते हैं वारदात-पिंकू काला की हत्या के बाद पुलिस की कार्यप्रणाली पर उठे सवाल

जबलपुरJul 02, 2019 / 03:20 pm

Lalit kostha

crime

बाइक सवार बदमाशों ने प्रधानपति की गोली मारकर हत्या की

जबलपुर. जिलाबदर की कार्रवाई बदमाशों पर अंकुश लगाने में नाकाम है। आलम ये है कि जिलाबदर के आरोपी घर पर आराम फरमाते या क्षेत्र में घूमते हुए पकड़े जा रहे हैं। जिलाबदर किए गए पिंकू काला की हत्या के बाद पुलिस इस मसले पर बैकफुट पर है। आइजी ने इस मामले को गम्भीरता से लेते हुए जिलाबदर के आरोपियों को लेकर सघन चैकिंग अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं।

जनवरी से अब तक जिलाबदर के 35 आरोपी आदेश के उल्लंघन में गिरफ्तार हो चुके हैं। इनमें कई लूट, चोरी, जुआ, चाकू व शराब के साथ पकड़े गए। जिलाबदर के आरोपियों के गुजर-बसर की जांच थाना व सीएसपी स्तर से प्रभावी ढंग से न होने की वजह से इस तरह के प्रकरण सामने आ रहे हैं।

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दो तरह के आदेश

आपराधिक प्रवृत्ति वाले बदमाशों पुलिस अधीक्षक की अनुशंसा पर जिला दंडाधिकारी की ओर से जिलाबदर का आदेश जारी किया जाता है। जिला दंडाधिकारी दो तरह के आदेश जारी करते हैं। कुछ में सम्बंधित थाने, तो कुछ में दूसरे थाने पर 15 दिन पर, महीने भर पर हाजिर होने का आदेश देते हैं। अधिकतर में जबलपुर सहित आसपास के राजस्व जिले से एक वर्ष तक दूर रहने का आदेश जारी होता है।
इन नियमों का पालन नहीं

-जिलाबदर के आरोपी को थाने में बताना होता है कि इस अवधि में वह कहां रहेगा?
-उसे मोबाइल नम्बर बताना पड़ता है।
-पुलिस को मोबाइल नम्बर के आधार पर समय-समय पर तस्दीक करना होता है।
-उसके गुजर-बसर के बारे में घर जाकर भी औचक जांच करनी होती है।
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यह है स्थिति
01 जुलाई से 31 दिसम्बर 2018 तक जिला बदर-333
01 जनवरी से 28 जून 2019 तक जिला बदर-142
इस वर्ष उल्लंघन में गिरफ्तार-35

केस-एक
28 जून की रात सिंघई कॉलोनी निवासी पिंकू काला उर्फ सुयश गुप्ता की गोली मारकर हत्या कर दी गई। तीन दर्जन आपराधिक वारदातों में आरोपी पिंकू के खिलाफ जिलाबदर की कार्रवाई हुई थी।

केस-दो
16 मई को हनुमानताल पुलिस ने भानतलैया में जुआ खेलते हुए जिलाबदर के आरोपी शहाबुद्दीन उर्फ सहाबू सहित सात जुआरियों को दबोचा था। शहाबुद्दीन को 18 अप्रैल को जिलाबदर किया गया था।

केस-तीन
20 फरवरी को रांझी पुलिस ने सांची पार्लर में चोरी करते हुए जिलाबदर के आरोपी को दबोचा था। फैक्ट्री क्षेत्र में वहां के सुरक्षा कर्मियों ने रंगे हाथ दबोच कर पुलिस के सुपुर्द किया था।

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आइजी ने ये जारी किया निर्देश

-जिलाबदर के आरोपियों की पूरी सूची थाने स्तर पर रहेगी।
-वह कहां इस अवधि में रह रहा है?

-उसका मोबाइल नम्बर क्या है?
-वह क्या कर रहा है?

-घर और क्षेत्र में उसके होने को लेकर रोज बीट सिपाही से जानकारी अपडेट करनी होगी
-जिलाबदर का आरोपी अपने घर या क्षेत्र में रहते हुए अपराध करता मिला, तो टीआइ या सीएसपी पर कार्रवाई होगी।

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