धनुष तोप प्रकरण में जुड़ा है नाम
जीसीएफ ने धनुष तोप के लिए दिल्ली की सिद्ध सेल्स को छह वायर रेस रॉलर बेयरिंग (डब्ल्यूआरआरबी) की आपूर्ति का ठेका 53.07 लाख रुपए में दिया था। सिद्ध सेल्स ने सीआरबी-मेड इन जर्मनी लिखकर चीनी बेयिरंग की सप्लाई कर दी, जबकि बेयरिंग को साइनो यूनाइटेड इंडस्ट्रीज (लूयांग) लिमिटेड, हेनान चीन ने बनाया था। इसी प्रकरण में सीबीआइ की जांच चल रही है। टेंडर खरीदी प्रक्रिया के हिस्सा रहे एससी खटुआ के घर पर 10 जनवरी को दिल्ली सीबीआइ ने दबिश भी दी थी।
दिया ज्ञापन जांच की मांग-
बुधवार को जेडब्ल्यूएम एससी खटूआ की मौत के मामले में गन कैरिज फैक्ट्री जबलपुर के तमाम कर्मचारी संगठनों के नेताओं ने एसपी से मुलाकात की। इसके बाद कर्मचारी संगठन के नेता कैबिनेट मंत्री लखन घनघोरिया से मिलकर कलेक्टर छवि भारद्वाज को भी देने पहुंचे।
कर्मचारी संगठनों ने जेडब्ल्यूएम की मौत के मामले में सीआईडी जांच की मांग रखी। उनका आरोप है कि प्रभावशील व्यक्तियों को बचाने और जांच को प्रभावित करने के लिए खटुआ की हत्या कराई गई है। जेडब्ल्यूएम से घर और गन कैरिज फैक्ट्री में पूछताछ की गई थी। उन्हें सीबीआई ने दिल्ली हेड क्वार्टर बुलाया था लेकिन इसी दौरान वह गायब हो गए। इसलिए संगठनों का आरोप है कि कहीं ना कहीं जांच को प्रभावित करने और प्रभावशाली लोगों के इस मामले में आने के कारण इस तरह की वारदात को अंजाम दिया गया है।
जीसीएफ ऑफिसर खटुआ क मेडिकल अस्पताल में पोस्टमार्टम पुलिस और फॉरेंसिंग की टीम भी मौजूद थी। जेडब्ल्यूएम की मौत के मामले में गन कैरिज फैक्ट्री के कर्मचारी संगठनों के नेता कैबिनेट मंत्री लखन घनघोरिया से मिलने के लिए आए हुए हैं वह सीआईडी जांच की मांग कर रहे हैं। मंत्री लखन घनघोरिया ने कहा कि आई जी से घटना के बारे में चर्चा की जाएगी। मामले की निष्पक्ष जांच होगी।