यह रहे जिले के कलेक्टर
जेडी केरावाला, आरआर बेहल, एसके श्रीवास्तव, एमपी दुबे, एमएस चौधरी, आरसी श्रीवास्तव, आरएस नायडू, एमएम खार, पेडिया परमानंद, बीजे हीरजी, समर सिंह, विनय शंकर, ठाकुर कोमल सिंह, अतुल सिन्हा, केके अग्रवाल, एनएन एन्ड्रयूज, एस. मिश्र, भागीरथ प्रसाद, एसएस डंगस, आरएन बैरवा, राघव चंद्रा, विवेक ढॉड, मदन मोहन उपाध्याय, अजय सिंह, राजकिशोर स्वाई, संजय बंधोपाध्याय, प्रवीण गर्ग, रजनीकांत गुप्ता, संजय दुबे, हरिरंजन राव, गुलशन बामरा, विवेक पोरवाल, एसएन रूपला, महेशचंद्र चौधरी और छवि भारद्वाज।
कुछ प्रमुख कलेक्टर और उनके काम
हरिरंजन राव (2008-10)- शहर के पर्यटन क्षेत्रों को विकसित करने में योगदान। सरकारी जमीनों को संरक्षित किया।
गुलशन बामरा (2010-13)- शासकीय विभागों को जमीन आवंटन के साथ ही मेडिकल के कायाकल्प की योजना।
विवेक पोरवाल (2013-14)- कलेक्टे्रट में मुंशी व नोटरी के लिए स्थान तय। आदिवासी भूमि का नामांतरण कराया।
एसएन रूपला (2014-16)- जनसुनवाई पर ज्यादा ध्यान। शैक्षणिक संस्थाओं का सुधार, खुद बन जाते थे शिक्षक।
महेशचंद चौधरी (2016-18)-अवैध डेयरियों और नर्मदा तटों पर अवैध रेत खनन रुकवाया। सरकारी भूमि कब्जामुक्त।
छवि भारद्वाज (2018-19)- निर्विघ्न विधानसभा-लोकसभा चुनाव। विक्टोरिया का उन्नयन। किसानों की सहायता।
स्मार्ट सिटी के प्रोजेक्ट से बदलेगा शहर
कलेक्टर छवि भारद्वाज ने अपना कार्यभार मंगलवार को जिला पंचायत की सीईओ रजनी सिंह को सौंप दिया। उन्होंने अपने कार्यकाल के संबंध में कहा कि हर काम को बेहतर ढंग से करने का प्रयास किया है। विधानसभा और लोकसभा चुनाव सभी के सहयोग से निर्विघ्न संपन्न हुए। जहां तक विकास की बात है तो स्मार्ट सिटी के प्रोजेक्ट शहर का स्वरूप बदल देंगे। इनका क्रियान्वयन जल्द होगा। परिवहन के लिए मध्यम आकार की बसों का टेंडर हो चुका है। इसी प्रकार पार्किंग के लिए भी टेंडर की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। इससे भी यातायात सुधरेगा। उनका कहना था कि भेड़ाघाट और मदनमहल पहाड़ी पर रोप वे की योजना फाइनल होनी थी, लेकिन उम्मीद करती हूं कि नए कलेक्टर इन योजनाओं को आगे बढ़ाएंगे।
शहर और ग्रामीण क्षेत्र के विकास पर जोर
भारतीय प्रशासनिक सेवा के 2008 बैच के अधिकारी भरत यादव ने आज कलेक्टर का पदभार ग्रहण कर लिया है । उन्होंने जिला पंचायत की सीईओ रजनी सिंह से कार्यभार ग्रहण किया । उनका कहना है कि जबलपुर से परिचित हूं। यहां पर काफी काम हुए हैं। स्मार्ट सिटी की योजनाओं की गति बनी रहे, इस पर ध्यान दिया जाएगा। शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य और शिक्षा व्यवस्था और बेहतर हो, इस पर ध्यान दिया जाएगा। जिले का कुछ हिस्सा आदिवासी क्षेत्र हैं, वहां शासन की योजनाओ का क्रियान्वयन ठीक से करने के प्रयास किए जाएंगे। यातायात व्यवस्था आज बड़ी समस्या बन गई है। उसे पटरी पर लाने के लिए किए जा रहे प्रयासों को आगे बढ़ाया जाएगा। इसी प्रकार अधोसरंचनात्मक विकास तेजी हो इस पर मंथन किया जाएगा। बांकी समय के हिसाब से सभी के साथ मिलकर नई योजनाएं बनाई जाएंगी।