इंद्राना बगिया मोहल्ला निवासी सुरेंद्र बर्मन ने बताया कि रात डेढ़ बजे के लगभग पत्नी रजनी बर्मन (21) को तेज प्रसव पीड़ा हुई। उसने तुरंत आशा कार्यकर्ता संगीता जायसवाल को फोन लगाया। आशा कार्यकर्ता ने सुरेंद्र को बताया कि उसके पास घर पहुंचने के लिए कोई साधन नहींं है। सुरेंद्र पत्नी को दो पहिया वाहन पर आशा कार्यकर्ता को साथ लेकर अस्पताल पहुंचा, लेकिन गेट पर ताला मिला। सुरेंद्र ने जब जानकारी ली तो पता चला कि अस्पताल में न तो डॉक्टर है और न ही नर्स। इस बीच रजनी को तेज प्रसव पीड़ा होने लगी और वह गेट पर ही बैठ गई। तभी अस्पताल में सफाईकर्मी (दाई) वहां पहुंच गई। उसने आशा कार्यकर्ता के साथ महिला की डिलीवरी कराई। बाद में अस्पताल का ताला खोलने पर महिला और उसके बच्चे को भर्ती कराया गया।
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र इंद्राना की महिला चिकित्सक का स्थानांतरण होने पर उन्हें रिलीव कर दिया गया है, वहीं स्टाफ नर्स आठ-आठ घंटे की शिफ्ट में रात 8 बजे तक ड्यूटी कर रही हैं। केंद्र में रात के समय की सेवाएं अभी बाधित हैं।
डॉ. पारस ठाकुर, बीएमओ, मझौली