बाजार में ग्राहकी इस तरह रही कि लोगों को वहां पहुंचने और बाहर निकलने में एक से डेढ़ घंटे लग गए। शहर का मुख्य बाजार में तो जाम की स्थिति रही। हर दुकान में खरीदी चलती रही। इस बार भी कंपनियों ने कीमत कम करने का ऑफर और कैशबैक ऑफर की पेशकश की। इसका असर कारोबार पर हुआ। नकद की तरह डेबिट और क्रेडिट कार्ड से खरीदी का औसत भी बढ़ा। प्रमुख कारोबारी क्षेत्रों में कुछ एटीएम में तो नकदी भी खत्म हो गई।
सडक़ों में दिखी नई कार और बाइक
धनतेरस पर शहर की सडक़ों पर चमचमाती कार, मोटरसाइकिल और स्कूटर नजर आए। बाजार के जानकारों से मिले आंकड़ों के मुताबिक एक दिन में सभी कंपनियों की 31 सौ मोटरसाइकल और स्कूटर की बिक्री हुई। कार की बात करें तो इसका आंकड़ा भी 340 के ऊपर चला गया। छोटे और बड़े आकार के करीब 45 ट्रक की बिक्री का अनुमान है। वहीं छोटी और मध्यम आकार की लगभग 5 बसें भी इस दौरान बिकी।
सराफा में बढ़ी सोना-चांदी की चमक
कीमतों मे उछाल का असर भी सोना एवं चांदी के आभूषणों पर नजर नहीं आया। लोगों ने अपने मनपसंद गहने खरीदे। सोना में कम वजन के गहनों की मांग ज्यादा रही। कारोबारियों ने बताया कि सभी प्रकार के गहने जैसे चूड़ी, हार, कंगन, अंगूठी की बिक्री सामान्य दिनों से तीन गुना रही। लेकिन इसमें कम वजन के गहने ज्यादा बिके। चांदी के गहनों के साथ ही सिक्कों की जबर्दस्त मांग रही।
प्लॉट, फ्लैट और ड्यूप्लेक्स की बिक्री
धनतेरस के शुभ मुहूर्त पर रियल इस्टेट कारोबार भी अच्छा चला। करीब 225 ड्यूपलेक्स, फ्लैट्स की खरीदी ग्राहकों ने की। कई लोगों ने गृहप्रवेश कर धन की लक्ष्मी की पूजा नए घर में की। इसी तरह 300 से अधिक प्लॉट की बिक्री का अनुमान है। कुछ लोगों ने पहले से इसके लिए बुकिंग कर दी थी। शुक्रवार को उन्होंने इसका पजेशन लिया। इस त्योहार पर भी बने बनाए मकानों की मांग ज्यादा रही।
टीवी, फ्रीज और वाशिंग मशीन की मांग
बाजार में नई तकनीक वाली एलइडी की मांग खूब रही। ऐसी स्थिति वाशिंग मशीन, फ्रीज और दूसरे इलेक्ट्रॉनिक आइटम में नही। कंपनियों ने इस बार भी जीरो प्रतिशत ब्याज की नीति अपनाई थी। इसका लाभ ग्राहकों ने उठाया। शहर और आसपास के क्षेत्रों की दुकानों में खरीदी के लिए बड़ी तादाद में लोग पहुंचे। इन चीजों के अलावा घरेलू उपयोग की छोटी वस्तुएं जैसे गीजर, आरओ, होम थियेटर, किचन चिमनी, मिक्सी-ग्राइंडर जैसी वस्तुएं भी खूब बिकी। कंपनियों ने इनके नए मॉडल बाजार में उतारे थे।
रंग-बिरंगे और नई डिजाइन पहली पसंद
दीपावली पर नए कपड़े पहनने की परंपरा है। बीते करीब दो सप्ताह से कपड़ा बाजार में उफान बना हुआ है। धनतेरस पर रेडीमेड कपड़ों की खूब मंाग रही। बनारसी दुपट्टे वाली कुर्ती, प्लाजो सेट, कुर्ती-पेट, चिकिन वर्क प्लाजो, क्रॉप टॉप, साड़ी पैटर्न में कुर्तियां खूब बिकी। बच्चों के लिए इंडो-वेस्टर्न कपड़ों की मांग रही। साडिय़ों में बनारसी, साउथ सिल्क, कॉटन की साड़ी ज्यादा बिकी। रेडीमेड साड़ी, बंधेज साड़ी, 52 कली, फुल घेर के लहंगे युवतियों और महिलाओं की पसंद रहीं।
मोबाइल और लैपटाफ का दिया उपहार
धनतेरस पर मोबाइल और लैपटॉप का कारोबार भी ऊंचाइयों पर रहा। फाइनेंस कंपनियों का सर्वर कुछ समय के लिए डाउन रहा। इससे बिक्री पर असर पड़ा लेकिन गत वर्ष के मुकाबले यह 10 से 15 फीसदी ज्यादा रहा। प्रमुख डीलर्स के यहां करीब 260 लैपटॉप की बिक्री का अनुमान है। हजारों की तादाद में मोबाइल फोन बिके। कंपनियों ने कैशबैक और 0 प्रतिशत ब्याज इस क्षेत्र में भी रखा।
घर और शादी के लिए खरीदे फर्नीचर
शहर में फर्नीचर का बड़ा बाजार विकसित हो चुका है। धनतेरस पर इस क्षेत्र में भी कारोबार तेज रहा। लग्जरी सोफा, पलंग, कुर्सियां, डाइनिंग और डे्रसिंग टेबल के अलावा आलमीरा की बिक्री सामान्य दिनों से 20 फीसदी ज्यादा रही। स्थानीय कारीगरों के अलावा विदेशी कंपनियों के फर्नीचर की मांग भी खूब रही।
बाजार में रही बर्जनों की खनक
धनतेरस पर बर्तनों की बिक्री का रिकॉर्ड भी टूटा। पूजन के लिए बर्तन भी प्रमुख वस्तुओं में शामिल हैं। बाजार में पीतल, कांसे और स्टील की थाली की बिक्री में काफी इजाफा हुआ। बर्तन सेट, तांबे के पात्र, गणेश-लक्ष्मी के ङ्क्षसहासन, गगरी, बाल्टी के अलावा दूसरे प्रकार के बर्तनों की बिक्री का सिलसिला देर रात तक चलता रहा।
बाजार में कहां कितना कारोबार
क्षेत्र कारोबार
रियल इस्टेट 80-100
ऑटोमोबाइल 45 से 50
ज्वेलरी 60 से 65
इलेक्ट्रॉनिक 25 से 30
कपड़ा 40 से 50
बर्तन 02 से 03
मोबाइल-लैपटॉप 10 से 12
फर्नीचर 08 से 12
ऑनलाइन 15 से 20
{कारोबार करोड़ रुपए में }
रजिस्ट्री का बना रेकॉर्ड, 120 से ज्यादा रजिस्ट्री
जबलपुर. धनतेरस के दिन रजिस्ट्री का रेकॉर्ड बना। जबलपुर जिला पंजीयक कार्यालय एक और दो में एक दिन में 120 से ज्यादा सम्पत्ति की रजिस्ट्री हुई। इसमें ज्यादातर महिलाओं के नाम पर थीं। सामान्य दिनो में इनकी संख्या 60 से 70 होती है। धनतेरस को शुभ मुहूर्त मानकर सवा सौ से ज्यादा लोगों ने संपत्ति का क्रय-विक्रय किया। जिला पंजीयक निधि जैन ने बताया कि त्योहार पर लोगों ने पहले ही स्लॉट बुक करवा लिए थे।